अक्सर कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों को कुछ ऐसी चीजों से दूर रखते हैं जो बच्चों को जानना जरूरी है क्योंकि वो बात उनकी बौडी की होती है, उनके शरीर की होती है. पैरेंट्स बच्चों से उनके प्राइवेट पार्ट के बारे में बात करने में कतराते हैं या सोचते हैं कि ये अभी बच्चा है. जो सही भी है,लेकिन कुछ बातें ऐसी होती हैं जो बच्चों को पता होनी चाहिए. उन्हें नहीं पता होता अगर इस बारे में तो उनके साथ कुछ गलत हो जाता है तो भी उन्हें समझ में नहीं आता कि क्या हो रहा. क्या गुड टच है और क्या बैड टच है इसकी जानकारी आपके बच्चे को जरूर होनी चाहिए.
पेरेंट्स की है जिम्मेदारी
आप अपने बच्चों के अभिभावक हैं,ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप उन्हें ये बातें बताएं. बच्चों की एक उम्र ऐसी होती है जब उनका शोषण होता है या हो सकता है लेकिन उनको पता ही नहीं होता कि उनके साथ क्या हो रहा है.
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दोस्त बनना है जरूरी
अभिभावकों को अपने बच्चों का दोस्त बनना बहुत जरूरी होता है ताकि वो अपने बच्चों से इन सारी चीजों के बारे में बात कर सकें. कभी-कभी बच्चों के मन में कुछ जिज्ञासा होती है कुछ पूछने की लेकिन वो मां-बाप से पूछने में कतराते हैं लेकिन अगर आप अपने बच्चों के साथ एक दोस्ती का रिश्ता भी रखेंगे तो तो जरूर आपसे पूछेंगे.एक उमर ऐसी भी होती है जब उन्हें सेक्स एजुकेशन देना भी जरूरी होता है लेकिन इससे पहले ये जरूरी है कि आप उन्हें बचपन से ही गुड टच और बैड टच क्या है ये सिखाएं.ताकि उनके साथ कभी कुछ गलत हो तो वो आपको बता सकें.
बैड टच और गुड टच की दें जानकारी
आजकल के समय में ऐसी शोषण की घटनाएं घट रही हैं बुरे लोग मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म करते हैं. और कहते हैं किसी से मत कहना यदि बच्ची छोटी है उसे कुछ नहीं पता है तो वो चुप रह जाती है.कई अन्य आपके बच्चों के प्राइवेट पार्ट को गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है ऐसे में बच्चा असहज महसूस करता है.ये केवल लड़की के साथ ही नहीं बल्कि लड़को का भी शोषण होता है.ऐसे में उसे ये पता होना चाहिए कि ये बैड टच है.
जरुरी बातें बताएं
बच्चों को बताएं कि कौन सी जगह आपके पैरेंट्स ही टच कर सकतें है अगर कोई दूसरा उसे छूता है तो वो गलत है.यदि बच्ची को कोई जबरदस्ती किस लेने की कोशिश करता है तो वो गलत है.उसके गलत तरीके से देखता है तो वो गलत है.बच्चों के छाती, हिप्स,लिप्स होंठ इन सभी जगहों पर यदि कोई और टच करें जिससे आपका बच्चा असहज महसूस करता है ,तो वो गलत है.
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स्कूल भी दें जानकारी
इस बात की जानकारी आपके बच्चों को होनी चाहिए.हालांकि अब तो बच्चों को स्कूल में भी गुड टच और बैड टच की नौलेज दी जाती है. लेकिन फिर भी अभिभावक होने के नाते ये आपका फर्ज है कि आप उन्हें इसकी नौलेज घर से ही देना शुरु कर दें. ये आपके बच्चें के बेहतर भविष्य के लिए भी अच्छा होगा.इस बात से आपका बच्चा भी कभी कुछ गलत नहीं करेगा. इसलिए यदि आपने अभी तक अपने बच्चों को इन जानकारियों से दूर रखा है तो उन्हें बताएं उनसे छुपाए नहीं.