होली का त्योहार हमारे देश के सीमा से बहार विदेशो मे भी मनाया जाता है . होली के रंग मे सब रंगना चाहते है,चाहे वो भारतवाशी हो या अलग-अलग देशो के दिलदार देशवाशी.सभी रंगो मे रंगना चाहते है , बस तरीके अलग-अलग होते है ,लेकिन खुशी और हर्षोल्लास का माहौल ठीक वही यहां होली मे होता है . तो आईए जानते है ,परदेश मे होली का रूप .
रूस:- भारत का पड़ोसी राष्ट्र रूस मे होली का पर्व अनोखे रूप से मनाया जाता है ,यहां लोग मौज मस्ती और आनंद के लिए अजीबो-गरीब हरकत करते है. लोग पेेड़ पर चढ़कर तने के उपर लकडि़या जला कर उनके बीच झंडा गाड़ देते है और दूर जाकर इस झंडे को डंडेे से गिराने की कोशीश करते है. क्यो कि यहा ऐसा मानना है कि जो झंडा गिरा देगा वो अति भाग्य शाली होगा.
जापान: – जापान में इस त्योहार को बे मौजी ओकुरिबी के नाम से जाना जाता है. अनुमानतः यह आयोजन हर साल 17 अगस्त की रात को की जाती है. इस रात लोग आग जला कर होली का उत्सव मनाते है.
चीन: – भारत का पड़ोसी राष्ट्र चीन में होली कोफोच्शेइच्यिे कहा जाता है. चार दिन तक चलने वाले इस उत्सव में जमकर आतिश बाजी की जाती है और रंगों के साथ हर्षोंल्लास सेे इस पर्व को मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि यह पर्व नव वर्ष के स्वागत के रूप में मनाया जाता है.
अमेरिका: – होबो के नाम से अमेरिका में होली का पर्व मनाया जाता है. इस दिन एक अजिबो गरीब प्रतियोगिता सभा का आयोजन होता है. इस सभा में लोग एक से बढ़कर एक बेहुदा हरकतें करते हैं. सबसे अच्छे बेहुदा हरकत करने वाले को पुरस्कृत किया जाता है. इस आयोजन में अमेरिका के लोग जमकर मजे लेते हैं.
इटली: – इटली में यह पर्व अन्न की देवी को खुश करने के लिए बेलिमाकोनोन्स के नाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग अपनेे मित्रों और रिश्तेदारों से मिलते है और उन्हे तोहफे भोट देते हैं.
रोम:- रोमन वासियों के कुल देवता सैटर्न को प्रसन्न करने के लिए साटरनालियां के नाम से यह पर्व मनाया जाता है. अनुमानतः हर साल इसका आयोजन 17 दिसंबर को होता है. लोग सात दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में जम के भाग लेते हैं.
अफ्रीका:- अफ्रीका में हिरण्यकश्यप की कथा काफी प्रचलित है. अफ्रीका में हिरण्यकश्यप की कथा को लोेग वहा के अत्याचारी राजा सेे जोड़ कर देेखते हैं. यहां यह त्योहार आमेन या ओगेना वोगा के नाम से मनाया जाता है.
इजिप्ट:- इजिप्ट में यह पर्व भारत से कुछ मिलता जुलता मनाया जाता है. 13 अप्रैल की रात यहा होली उत्सव की रात होती है. लोग जंगलों में इकट्ठा होकर आग जलाते है और अपने पुर्वजों को याद करते है. इस रात नृत्य और संगीत का भरपूर मजा लोग उठाते हैं.
जर्मनी:- जर्मनी के सारे शहर पंद्रह दिन तक रंगों में सराबोर रहता है. वसंत के आगमन से ही यह पर्व कार्निवास के नाम से मनाया जाता है. इस दौरान मुर्ख सम्मेलन हंसी सम्मेलन एवं उमंग और मस्ती से जुड़े अनोकों सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है.
स्विट्जरलैड:- फरवरी के अंतिम सप्ताह में यहा होली का पर्व मनोंत्सव के रूप में मनाया जाता है. तीन दिन तक चलने वाले इस उत्सव में लोग जम कर मजा लेते हैं.