आज स्मार्टफोन सभी के लिए एक बड़ी जरूरत बन चुका है. हाउसवाइफ से ले कर बड़ेबड़े बिजनैसमैनों तक को बिना स्मार्टफोन के कई कार्यों को करने में परेशानी होती है. लेकिन स्मार्टफोन रखने वाले ज्यादातर लोगों को उस के बेसिक फीचरों के अलावा ज्यादा कुछ पता नहीं होता या कह लें

कि वे जानना ही नहीं चाहते, क्योंकि उन की जरूरत बेसिक फीचर्स की जानकारी से ही पूरी हो जाती है. लेकिन लोगों को नहीं पता कि स्मार्टफोन के कुछ फीचर्स ऐसे होते हैं जिन की जानकारी होने से फोन को ‘हैंग’ होने और ‘वायरस अटैक’ जैसी बड़ी परेशानियों से बचाया जा सकता है.

जरा सोचिए, आप अपने क्लाइंट को एक जरूरी मेल भेज रहे हों और फोन हैंग हो जाए या फिर किसी जरूरी मैसेज को पढ़ने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन मैसेंजर बौक्स खुले ही नहीं. ऐसे में काम का जो नुकसान होता है वह तो होता ही है, लेकिन साथ ही होने वाली इरिटेशन ब्लडप्रैशर भी बढ़ा देती है. लेकिन इस समस्या की जड़ में वायरस ही होता है.

आप को यह जान कर हैरानी होगी कि इंटरनैट पर हर सैकंड नए वायरस का जन्म होता है और यह वायरस ही आप के मोबाइल में घुसपैठ कर उस की स्पीड को कम कर देता है, जिस से फोन हैंग होना शुरू हो जाता है. अत: इन बातों को ध्यान में रख कर आप अपने फोन को वायरस से बचा सकते हैं:

सिस्टम अपडेट

आप के फोन में कभी औपरेटिंग सिस्टम अपडेट का डायलौग बौक्स बन कर आए, तो उसे नजरअंदाज न करें, बल्कि सैटिंग में सिस्टम अपडेट पर जा कर देखें कि क्या आप के स्मार्टफोन के लिए कोई नया सिस्टम सौफ्टवेयर उपलब्ध है? यदि है तो उस में लेटर या नाऊ का बटन दिया गया होता है. आप को नाऊ बटन दबाना होगा. आप चाहें तो अपडेट हाइलाइट्स भी पढ़ सकते हैं. इस से आप जान सकेंगे कि इस नए सौफ्टवेयर से आप के फोन को क्या फायदे होंगे. दरअसल, पुराने ओएस में पैच न होने की वजह से वायरस ज्यादा अटैक करता है.

अननोन सोर्स ऐप को करें औफ

अपने स्मार्टफोन की सैटिंग में जा कर सिक्युरिटी सेटिंग को क्लिक करें. इस में डिवाइस ऐडमिनिस्ट्रेशन नाम का विकल्प होगा, जिस में अननोन सोर्स का औप्शन मिलेगा. यदि आप के फोन में अननोन सोर्स बटन औन होगा, तो आप के फोन में बिना किसी जानकारी के अपनेआप कई ऐप्स डाउनलोड हो जाएंगे. इसलिए इस बटन को औफ कर दें. इस को हटाने से आप के फोन में वे ऐप्स इंस्टौल नहीं होंगे जो वैरिफाइड नहीं हैं.

स्क्रीन लौक का करें इस्तेमाल

साधारण मोबाइल फोन की तरह ही स्मार्टफोन में भी स्क्रीन लौक सिस्टम होता है, बल्कि स्मार्टफोन में कई तरह के लौक सिस्टम होते हैं. मसलन, पैटर्न लौक, पिन लौक, ड्रैग स्क्रीन लौक आदि. किसी भी विकल्प के इस्तेमाल से मोबाइल स्क्रीन को लौक किया

जा सकता है. इस के लिए सैटिंग्स में जा कर स्मार्टफोन में दिए गए स्क्रीन लौक को इनैबल

कर लें.

ऐंटीवायरस करें इंस्टौल

कंप्यूटर और लैपटौप की ही तरह स्मार्टफोन के लिए भी ऐंटीवायरस आता है. आप के स्मार्टफोन के गूगल प्लेस्टोर में आप को फ्री ऐंटीवायरस मिल जाएंगे. आप उन में से वह ऐंटीवायरस डाउनलोड करें, जो वैरिफाइड हो और जिस के रिव्यू अच्छे हों. रिव्यू देखने के लिए ऐप को दिए गए स्टार्स देखें. जिसे ज्यादा स्टार मिले हों उसी ऐंटीवायरस को चुनें. ऐंटीवायरस से समयसमय पर अपने फोन को स्कैन करते रहें. इस से यदि वायरस होगा भी तो डिलीट हो जाएगा.

ब्लूटूथ औफ रखें

ब्लूटूथ एक बहुत अच्छी सुविधा है, बशर्ते इस का सही तरह से इस्तेमाल किया जाए वरना यह एक बहुत ही खतरनाक चीज भी साबित हो सकती है. अकसर लोग दूसरों के फोन से सामग्री लेने के लिए इसे औन तो करते हैं, मगर औफ करना भूल जाते हैं. यह भूल आप के लिए बहुत घातक साबित हो सकती है, क्योंकि ब्लूटूथ के जरीए कोई भी अपने मोबाइल से आप के मोबाइल में घुस कर कोई भी जानकारी हासिल कर सकता है.

इतना ही नहीं, आप की पर्सनल तसवीरें, बैंक अकाउंट की डिटेल, यहां तक कि आप के सोशल नेटवर्क अकाउंट को भी हैक कर सकता है. ब्लूटूथ के जरीए आप के फोन में मैलवेयर भी भेजा जा सकता है.

ओपन वाईफाई हौटस्पौट यूज न करें

आजकल जगहजगह वाईफाई की सुविधा मिल जाती है. कभीकभी बिना पासवर्ड मांगे ही वाईफाई कनैक्ट भी हो जाता है. लेकिन क्या आप को पता है कि कभी भी फ्री इंटरनैट के लालच में नहीं आना चाहिए और कभी खुले हुए वाईफाई हौटस्पौट से अपना फोन कनैक्ट नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने पर आप के फोन में वायरस तो आएगा ही, आप का फोन हैक भी हो सकता है.

पौपअप औप्शन को करें ब्लौक

अकसर इंटरनैट इस्तेमाल करते वक्त क्लिक करने पर पौपअप खुल जाता है और गलती से उस पर क्लिक भी हो जाता है, जिस से वायरस आसानी से फोन में घुस जाता है. इसलिए अपने स्मार्टफोन के ब्राउजर की सैटिंग में जाएं. यहां आप को साइट सैटिंग का औप्शन मिलेगा. वहां से पौपअप को ब्लौक कर दें. साथ ही कैमरा और माइक्रोफोन औप्शन को आस्क फर्स्ट कर दें ताकि वैबसाइट्स आप के कैमरे और माइक्रोफोन का यूज न कर सकें.

ईमेल अटैचमैंट खोलने से बचें

हम सभी को मेल बौक्स में कई स्पैम मेल्स आते हैं. कई बार हम समझ नहीं पाते और उन्हें ओपन कर देते हैं. इन मेल्स में कई बार अटैचमैंट फाइल्स भी दी गई होती हैं. इन में कई लुभावने औफर होते हैं, लेकिन वास्तव में ये सब झूठे होते हैं. इन्हें खोलने पर वायरस अटैक भी हो सकता है, इसलिए कोई भी अनजान ईमेल का अटैचमैंट खोलने से बचें, क्योंकि ज्यादातर वायरस ईमेल अटैचमैंट के जरीए ही आता है. मोबाइल में कभी कोई अटैचमैंट तब तक न खोलें, जब तक आप को विश्वास न हो कि यह किसी जानकार ने ही आप को भेजा है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...