एक लड़की के मन में जब जागी ये जानने की इच्छा की गर्भपात क्या होता है? उसकी छोटी सी कहानी उसी की जुबानी.“अरे उसने अपना बच्चा गिरा दिया क्योंकि उसे अभी बच्चा नहीं चाहिए, पता नहीं कैसे-कैसे लोग होते हैं. दुनिया में जो अपने से ही अपने बच्चे की जान ले लेते हैं, भला कोई ऐसा कैसे कर सकता है” ये वो बातें थीं जो मेरे कान में पहली बार गई थी गर्भपात के बारे में जी हां abortion ज्यादा बड़ी नहीं थी मैं कक्षा मुझे बहुत अच्छे से याद नहीं है छोटी ही थी मैं कक्षा सात या आठ में पढ़ रही थी.अब उस वक्त बहुत ज्यादा तो नहीं लेकिन इतनी तो समझ होती ही है कि कोई कुछ समझाए तो समझ जाऊं.बच्चा गिरा दिया जैसे शब्द मैंने अपनी मां के मुंह से सुना था किसी से कहते हुए,
न जाने क्यों लेकिन उत्सुकता हुई और मैं थोड़ा हिचकिचा रही था मां से पूछने में लेकिन चूंकि छोटी थी इसलिए ज्यादा नहीं सोचा और फिर धीरे-धीरे समय बीता लेकिन मेरे जेहन में हमेशा ये सवाल आता था कि abortion क्या होता है? जब मैं आगे की कक्षा में गयी तो बॉयलाजी लेकर पढ़ाई की तो इसके बारे में और भी विस्तार से जानने को मिला और फिर मैंने थोड़ा इंटरनेट का सहारा भी लिया इसे औऱ विस्तार से समझने के लिए.अब तक तो मुझे मां की वो बात जो मेरे कानों में पड़ी थी वो समझ में आ चुकी थी कि जब कोई लकड़ी या मां किसी गलती से , या ना चाहते हुए भी पेट से होती है मतलब की प्रेग्नेंट होती है और अपना बच्चा गिरा देती है.कभी-कभी स्थिति ये भी बनती है कि किसी लकड़ी का बलात्कार हो जाता है ऐसी स्थिति में भी उसकी गर्भपात की नौबत आती है. हालांकि भगवान न करे कि किसी के साथ ये हो. लेकिन ऐसी स्थिति के कारण बच्चा गिराना मजबूरी भी होती है.