लेखक- वीरेंद्र बहादुर सिंह

अमेरिका के सेन फ्रांसिस्को के काउंटी अल्मेडा की अदालत के कटघरे में एक 14 साल की लड़की थी. उस के फेस पर गहरा मेकअप था. अदालत की ज्यूरी सहित सभी उसे विचित्र नजरों से देख रहे थे. तभी उस लड़की के वकील के रूप में डिस्ट्रिक्ट एटार्नी कमला हैरिस ने ज्यूरी की ओर देख कर कहा, ‘‘कटघरे में खड़ी यह लड़की गैंगरेप का शिकार बनी है. मैं जानती हूं आप लोग नहीं चाहते कि यह लड़की आप लोगों के बच्चों के साथ खेले. पर इस देश का कानून मात्र गोरे लोगों को बचाने के लिए नहीं बना है.
कटघरे में खड़ी यह लड़की अभी मासूम है और इसे उन लोगों से सुरक्षा चाहिए, जो इसे जंगली जानवरों की तरह नोच खाने की ताक में बैठे हैं.’’

असिस्टेंट एटार्नी के रूप में अदालत में जब कमला हैरिस कटघरे में खड़ी लड़की की ओर अंगुली से इशारा कर के ज्यूरी की आंख से आंख मिला कर बात कर रही थीं, तब उन की कही एकएक बात ज्यूरी के दिल में उतरती जा रही थी. इस केस को कमला हैरिस जीत गई थीं, लड़की के साथ रेप करने वाले अपराधी ठहराए गए थे. पर अदालत से निकलने के बाद वह लड़की गायब हो गई थी.

डिस्ट्रिक्ट एटार्नी कमला हैरिस और पुलिस ने उस लड़की की बहुत खोज की, पर उसका कहीं पता नहीं चला. वकील के रूप में कैरियर बना चुकी कमला हैरिस सदैव दमन का शिकार बनी युवतियों के लिए लड़ती रहीं. वकील के रूप में उन का अटेंशन हमेशा टीनएज प्रोटक्शन पर रहा.

पुलिस जब सेक्स बेचना अपराध है, इस बात पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही थी, तब कमला हैरिस देख रही थीं कि युवा लड़कियों को आर्थिक तंगी की वजह से ड्रग एडिक्ट बना कर अथवा जबरदस्ती गंदे व्यवसाय में धकेला जा रहा है.

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कमला हैरिस का मानना था कि जो लड़कियां इस सैक्स के बिजनेस से बाहर जाना चाहती हैं, उन के लिए समाज में खड़ी होने का क्या स्थान है? सेन फ्रांसिस्को जैसी जगह में इन लड़कियों के लिए सेफ हाऊस कहां है? आखिर कमला हैरिस और उन के साथियों के प्रयास से जनवरी, 2004 में इस तरह की लड़कियों के लिए एक सेफ हाऊस शुरू किया गया.

यही कमला हैरिस आज 2020 में अमेरिका के वाइस प्रेसीडेंट का चुनाव लड़ने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की अत्यंत चर्चित उम्मीदवार हैं. अमेरिका के प्रेसीडेंट ट्रंप को इस समय अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार जो विडेन की उतनी चिंता नहीं थी, जितनी चिंता अब वाइस प्रेसीडेंट की उम्मीदवार कमला हैरिस की है.
जो बिडेन ने कमला हैरिस को वाइस प्रेसीडेंट के रूप में पसंद कर के प्रेसीडेंट ट्रंप के इंडियन मतदाताओं के गणित पर पानी फेर दिया है. क्योंकि कमला हैरिस की जड़ इंडिया में है.

कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन मूल रूप से तमिलनाडु की थीं. पढ़ाई के लिए वह 1960 में मद्रास से अमेरिका गईं और वहां कैंसर रिसर्चर के रूप में काम किया. श्यामला ने अमेरिका में ही इकोनौमी के प्रोफेसर डोनाल्ड हैरिस के साथ शादी की, जो अफ्रीका के जमैका के रहने वाले थे.

जब कमला 5 साल की थी, तभी दोनों में तलाक हो गया था. इस तरह कमला हैरिस को उन की मां श्यामला और उन के दादा गोपालन, जो भारत में ब्रिटिश सरकार के रेवेन्यू डिपार्टमेंट में अफसर थे, से भारतीय संस्कार मिले.

कमला हैरिस को एक ब्लैक वुमन के रूप में अमेरिका में काफी संघर्ष करना पड़ा है. परंतु वह कभी अपनी चमड़ी के रंग की वजह से पीछे नहीं हटीं. वकील के रूप में अपना कैरियर शुरू करने के बाद कमला हैरिस एक के बाद एक क्षेत्र में विजयी होती गईं.

हार्वर्ड कालेज से ग्रेज्युएशन करने के बाद कमला ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई की और वकील के रूप में काम करना शुरू किया. 1990 में कमला को कैलिफोर्निया के अल्मेडा शहर में असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट एटार्नी बनने का मौका मिला.

2003 में कमला सेन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में चुनी गईं. इस पद तक पहुंचने वाली कमला हैरिस पहली महिला थीं. इस चुनाव में उन्होंने अपनी बौस रह चुकी टेरेस हलीनन को हरा कर सब को चौंका दिया था. कमला हैरिस का स्वभाव ही सब को चौंकाने वाला था. कमला हैरिस ने 2 बार सेन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने के बाद 2011 में कैलिफोर्निया की एटार्नी जनरल पर अपना दावा ठोंका. कमला 2 बार अपने प्रतिद्वंद्वियों को हरा कर राज्य की एटार्नी जनरल बनीं. इस पद पर कमला पहली अश्वेत महिला थीं.

कैलिफोर्निया जैसे समृद्ध राज्य की एटार्नी जनरल बनने के बाद कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी में अपना दबदबा बढ़ाती रहीं. जब अमेरिका के प्रेसीडेंट बराक ओबामा थे, तब ओबामा की फ्रंट ट्रेजर के रूप में काम कर के कमला प्रेसीडेंट ओबामा की नजरों में चढ़ गईं.

2016 में जब कमला ने कैलिफोर्निया की सीनेटर के रूप में अपना काम किया तो किसी को आश्चर्य नहीं हुआ. हैरानी की बात यह थी कि डेमोक्रेटिक पार्टी में सीनेटर के रूप में उम्मीदवारी करने वाली कमला हैरिस हमेशा चुनाव जीतती रहीं.

इस का कारण गरीब, अश्वेतों, अल्पसंख्यकों, इमिग्रंट्स और गे कम्युनिटी पर उन की मजबूत पकड़ थी. समाज से उपेक्षित और अमेरिकी समाज के शिक्षित कहे जाने वाले लोग गे को धिक्कारते हैं. जबकि उन के न्याय के लिए कमला हैरिस हमेशा लड़ती रहीं.

उन के लिए कानून की लड़ाई लड़ते हुए कमला हैरिस का विरोध उन की पार्टी के तमाम नेताओं ने भी किया, परंतु कमला हैरिस इस लड़ाई में पीछे नहीं हटीं और उसी का परिणाम था कि गरीब पीडि़त अमेरिकियों ने कमला हैरिस को हमेशा बहुमत से चुनाव जिताया. जब कमला हैरिस से पूछा गया कि अन्याय से लड़ने के लिए इतनी जबरदस्त ताकत उन के अंदर कहां से आई तो उन्होंने संकोच किए बगैर कहा कि ‘मैं बचपन से ही ऐसे माहौल में पलीबढ़ी, जहां हम ने लोगों को अन्याय से लड़ते देखा है.

मेरे मातापिता भी जातिभेद के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लेते थे. बर्कले शहर में जहां मैं बड़ी हुई, वहां हमारी चमड़ी के रंग की वजह से पड़ोसी बच्चे मेरे और मेरी बहन के साथ खेलने नहीं आते थे.

इन सभी सामाजिक बुराइयों को देख कर मैं ने वकील बनने का निश्चय किया. इसीलिए मैं पीडि़त लोगों की लड़ाई लड़ रही हूं.’ आज कमला हैरिस अमेरिका में ‘लेडी ओबामा’ के रूप में जानी जाती हैं.

हैरानी की बात यह है कि जिन कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रेसीडेंट के उम्मीदवार जो बिडेन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए पसंद किया है. कमला हैरिस ने उन्हीं जो बिडेन के सामने पार्टी के प्राइमरी इलेक्शन में प्रेसीडेंट की उम्मीदवारी दर्ज कराई थी.

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जबकि यह चुनाव जीतने के बाद जो बिडेन अपना उपराष्ट्रपति किसे घोषित करेंगे, अमेरिका में इस की काफी चर्चा थी. आखिर जो बिडेन ने फाइटर लीडर कमला को पसंद किया और आज कमला हैरिस प्रेसीडेंट ट्रंप के सामने एक जबरदस्त ट्रंप कार्ड बन कर उभरी हैं.

कमला हैरिस इंडियन और अफ्रीकन मूल के लोगों को आकर्षित कर सकती हैं. क्योंकि कमला की मां इंडियन और पिता अफ्रीकन मूल के थे. ऐसे संयोगों में दोनों कम्युनिटी के लोग कमला हैरिस की उम्मीदवारी से खुश हैं, जिस से प्रेसीडेंट ट्रंप की नींद उड़ी हुई है.

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