एक अच्छे कंपनी में कार्यरत मिताली की शादी घरवालों ने अपनी मर्जी से करवाया. जबकि वह किसी दूसरे लड़के से करीब 10 साल से प्यार करती थी. जब उसने अपने माता-पिता से अफेयर की बात कही, तो उसके पेरेंट्स गुस्से में आ गए और मिताली को डांटने लगे. मिताली जिद पर आ गयी और उसने पेरेंट्स के आगे कह दिया कि वह उस लड़के के सिवा किसी दूसरे लड़के से विवाह नहीं कर सकती. भले ही उसे घर छोड़ना पड़े. उसकी माँ अंजलि ने उसे बहुत समझाया कि वह लड़का उनके बराबरी का नहीं है और परिवार वाले भी भला – बुरा कहेंगे. घर की बड़ी होने की वजह से उसका विवाह ऐसे परिवार में होने से उसकी छोटी बहन की शादी होने में समस्या आएगी. इतना ही नहीं उस लड़के का परिवार छोटे दो कमरे वाले घर में रहता है और लड़के की आमदनी भी अच्छी नहीं, उसका पिता घर-घर अखबार बांटता है, ऐसे परिवार और छोटे कमरे वाले घर में मिताली का रहना संभव नहीं, ऐसी कई बातें बार-बार माँ के समझाने पर मिताली ने उस लड़के से रिश्ता तोड़ दिया और 6 महीने बाद उसकी शादी उसके माता-पिता के अनुसार सम्भ्रांत परिवार में हो गई. माता-पिता और परिवार जन उसकी इस शादी से खुश थे, पर मिताली का मन उस परिवार में नहीं लगा. वह अपने पति और ससुराल वालों को अपना नहीं पायी. मिताली काम के बाद जब भी घर आती, हमेशा उदास रहने लगी, इसे देख उसका पति बार-बार कारण पूछता, पर वह कुछ नहीं बताती. एक दिन उसके पति ने मिताली को फ़ोन पर ये कहते सुन लिया कि मैं कैसी भी रहूं, आप और पापा खुश है न? 

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