सोशल मीडिया में जो अद्भुत क्रांति हुई है उसके परिणाम स्वरूप ठगों ने भी ठगी के अनेक रास्ते तैयार कर लिए हैं. आज हालात यह है कि घर-घर में फोन है गांव-गांव में मोबाइल फोन है ऐसे में घर बैठे ठग लाखों-करोड़ों रुपए कमा रहे हैं और मजे की बात यह है कि अनपढ़ तो अपनी जगह पढ़े-लिखी वकील, पुलिस, और बड़े अधिकारी भी ठगी का शिकार हो रहे हैं.
आइए ! आज इस आलेख में हम आपको "एक मंत्र" बताते हैं जिसके साथ लेने के बाद आप कभी भी ठगी का शिकार नहीं होंगे. आइए कुछ उदाहरण देते हुए हम आपको महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं.
पहली घटना -मोबाइल पर कॉल आया आपकी लॉटरी खुल गई है और आंख बंद करके सुनीता देवी वह सब करती गई, जो निर्देश दिए गए, परिणाम स्वरुप ठग ली गई.
दूसरी घटना -भारतीय स्टेट बैंक अभनपुर छत्तीसगढ़ में रामलाल साहू ने सेवानिवृत्ति के बाद लाखों रूपए जमा किए थे. बार बार मिस कॉल आने पर जब बात हुई तो उसके अकाउंट से रुपए गायब हो चुके थे.
तीसरी घटना - क्याकोरोना वैक्सीन आपने लगवाई थी. हां तो एक पर बटन दबाए.... और राजधानी रायपुर के रमेश अग्रवाल ठग लिए गए.
हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डाट) ने मोबाइल उपभोक्ताओं को "फर्जी काल" से सावधान रहने की सलाह दी है. विभाग ने कहा - उपभोक्ताओं को काल कर मोबाइल नंबर बंद करने की धमकियां दी जा रही हैं, जबकि इस तरह की कोई भी अधिकृत काल विभाग या अन्य किसी संस्था द्वारा नहीं की जाती है. इस तरह की काल करने वाले ठग संबंधित मोबाइल नंबरों का अवैध गतिविधियों में भी दुरुपयोग कर रहे हैं.