मैं 2 बच्चों की मां हूं. मैं अपनी ही कमजोरी के कारण अपराधबोध महसूस करती हूं. कुछ वर्ष पूर्व हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. संयुक्त परिवार में रहने के कारण मेरे जेठ ने हमारी काफी मदद की. मैं उन के एहसान तले दब गई थी. एक दिन उन्होंने मुझे अपने इन्हीं एहसानों का वास्ता दे कर संबंध बनाने को कहा तो मैं उन के आगे झुक गई. यह सिलसिला आज तक जारी है. मेरी सास को इस की भनक लग गई है. उन्होंने मुझे समझाया कि यह गलत है. मैं तो समझ गई हूं और यह सब बंद करना चाहती हूं पर जेठ नहीं समझते. वे जान से मार देने की धमकी देते हैं. कहते हैं कि यदि मैं उन की बात नहीं मानूंगी तो वे मुझे सब में बदनाम कर देंगे. कृपया बताएं कि मैं क्या करूं?

आप को उसी समय (जब आप के जेठ ने यह मांग की) जेठ की नाजायज मांग को अस्वीकार कर देना चाहिए था. पर आप ने उन के आगे घुटने टेक दिए, जिस से उन की हिम्मत बढ़ गई और अब वे आप को ब्लैकमेल कर रहे हैं कि वे आप को जान से मार देंगे वगैरहवगैरह. वे ऐसा कुछ नहीं करेंगे. रही आप को बदनाम करने की बात, तो यदि वे अवैध संबंधों की बात सार्वजनिक करेंगे तो उन की और पूरे परिवार की बदनामी होगी इसलिए वे किसी के सामने मुंह नहीं खोलेंगे. आप उन्हें कठोरता से मना कर दें, क्योंकि इस तरह का व्यभिचार गलत है.

मैं एक लड़के से प्यार करती हूं. वह भी मुझे बेहद चाहता है. हम दोनों विवाह करना चाहते हैं पर हमारी जाति भिन्न होने के कारण घर वाले इस रिश्ते के खिलाफ हैं.हम समझ नहीं पा रहे कि हम अपने रिश्ते को आगे बढ़ाएं या नहीं. कृपया कोई सुझाव दें?

यदि आप दोनों इस रिश्ते को ले कर गंभीर हैं और आप को लगता है कि आप दोनों एकदूसरे के लिए सही जीवनसाथी साबित होंगे तो आप दोनों को ही अपनेअपने घर वालों को राजी करने का प्रयास करना चाहिए. आप उन्हें समझा सकते हैं कि विवाह में अब जाति माने नहीं रखती. अब अंतर्जातीय विवाह आम हो रहे हैं और सफल भी रहते हैं यदि दोनों के परिवार वाले फिर भी राजी न हों तो अपने किसी सगेसंबंधी या परिवार के मित्र की भी मदद ले सकते हैं, जो दोनों परिवारों को हकीकत से रूबरू कराने में आप की मदद कर सकते हों.

मुझे अपने पति के साथ संबंध बनाना अच्छा नहीं लगता. फिर भी जब भी वे सहवास करते हैं तो मैं साथ देने की भरपूर कोशिश करती हूं. मेरी शादी में कतई दिलचस्पी नहीं है पर बेटी के पैदा होने के बाद साथ रहना पड़ रहा है. बताएं क्या करूं?

आप ने पूरा खुलासा नहीं किया कि आप की उदासीनता की वजह क्या है. घर का वातावरण आप के मनमाफिक नहीं है या फिर पति आप को प्यार नहीं करते. सैक्स में रुचि कमज्यादा होना आम बात है पर उस में आप की सोच सकारात्मक है कि इच्छा न होने पर भी आप पति को सहयोग देती हैं. आप को जीवन को भी इसी तरह सकारात्मक नजरिए से देखना चाहिए. कोई समस्या है तो पति के साथ मिलबैठ कर उस का समाधान निकालना चाहिए ताकि जीवन खुशहाल हो सके. आप के साथ अब आप की बेटी की खुशियां भी जुड़ी हैं. उसे भी आप तभी खुशियां दे सकेंगी जब स्वयं खुश रहेंगी. इस के लिए आप को स्वयं ही प्रत्यन करना होगा.

मैं 21 वर्षीय युवती हूं. हाल ही में मैं ने एक परीक्षा पास की है. अब अगले महीने मेरी मौखिक परीक्षा होनी है. मैं डरी हुई हूं.कारण यह है कि बातचीत के दौरान अकसर किसी शब्द को ले कर अटक जाती हूं. मैं यों तो हकलाती नहीं पर अजनबियों के सामने धाराप्रवाह बोल नहीं पाती. मैं क्या करूं?

जैसा कि आप ने बताया कि आप हकलाती नहीं पर अजनबियों के सामने बोलने में असहज महसूस करती हैं, उस से लगता है कि असल में एक डर है आप के अंदर, जिस से आप को बाहर आना पड़ेगा. खुद में आत्मविश्वास लाएं और अपनी बात विनम्रतापूर्वक व निडर हो कर कहें. चेहरे पर मुसकराहट और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देंगी तो अवश्य ही सामने वाला प्रभावित होगा. रही बात शब्दों पर अटकने की, तो जिस किसी शब्द को बोलने में असुविधा हो उसे बारबार बोल कर अभ्यास कर लें.

मैं 27 वर्षीय युवती हूं. एक लड़के से 4 वर्षों से प्यार करती हूं. वह भी मुझ से प्यार करता है. पर शादी की बात आने पर कहता है कि तुम मेरे घर में ऐडजस्ट नहीं कर पाओगी इसलिए शादी मुश्किल है. दरअसल, वह गांव से है और मैं शहर में रहती हूं. कृपया बताएं कि मुझे क्या करना चाहिए?

आप का प्रेमी आप से शादी करने के लिए पहले ही अपनी असमर्थता जाहिर कर चुका है. जबरदस्ती तो आप उस से शादी नहीं कर सकतीं. अत: इस विवाह का विचार अपने मन से निकाल दें. आप की उम्र हो चुकी है, इसलिए घर वालों की इच्छा से कहीं और विवाह कर लें. ज्यादा विलंब न करें वरना विवाह होना मुश्किल हो जाएगा.

मैं 21 वर्षीय युवती हूं. कई बार शारीरिक संबंध बना चुकी हूं. पर अब डर रही हूं कि विवाह के बाद यदि यह बात मेरे पति पर जाहिर हो गई तो क्या होगा?

विवाहपूर्व शारीरिक संबंध बनाना पूरी तरह से अनैतिक तो है ही साथ ही इस बात का भी डर बराबर रहता है कि कहीं पति पर यह बात जाहिर न हो जाए, इसलिए अवैध संबंधों से परहेज करने की सलाह दी जाती है. आप जो गलती कर चुकी हैं उसे सुधारा तो नहीं जा सकता पर उस पर पूर्णविराम जरूर लगा सकती हैं. विवाह बाद के लिए यही सलाह दे सकते हैं कि आप इन संबंधों की बाबत अपने पति के सम्मुख कतई मुंह न खोलें.

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