मैं 22 वर्षीय युवती हूं. मेरे घर वालों ने एक जगह मेरे रिश्ते की बात चलाई. लड़का इंजीनियर है. परिवार भी अच्छा है. अभी देखनेदिखाने तक बात नहीं पहुंची थी, उस से पहले ही मेरी चचेरी बहन ने पहले फेसबुक और फिर फोन पर हमारी बात करवा दी. कई दिनों तक यह सिलसिला चलता रहा. लड़के को बिना देखे ही मुझे उस से प्यार हो गया. पर अब लड़का और उस के घर वाले शादी से मना कर रहे हैं. लड़का कहता है कि घर वाले इनकार कर रहे हैं और घर वाले कह रहे हैं कि लड़का मना कर रहा है. लड़के से मेरी अब भी बात होती है. कृपया बताएं कि मुझे क्या करना चाहिए?
इनकार किसी की भी तरफ से हो, आप को संकेत मिल गया है कि आप का विवाह उस लड़के से नहीं हो सकता. ऐसे में उस से संपर्क बनाए रखना गलत है. आप उस से बात करना छोड़ दें.
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मैं 19 वर्षीय युवती हूं. 2 साल पहले एक लड़के से दोस्ती हुई और फिर प्यार. हम दोनों ने शादी भी कर ली है पर यह सिर्फ हम दोनों को ही पता है. धीरेधीरे लड़के के घर वाले भी हमारे संबंध के बारे में जान गए हैं. मेरे घर में कोई नहीं जानता. मैं समझ नहीं पा रही कि अपने घर में कैसे बताऊं. पता नहीं वे हमें स्वीकारेंगे या नहीं. बताएं क्या करूं?
आप ने पूरी बात नहीं बताई कि जब आप दोनों ने विवाह का फैसला किया तो दोनों परिवारों को इस में सम्मिलित क्यों नहीं किया? इस तरह चोरीछिपे किए गए विवाह को समाज स्वीकार नहीं करता. अत: आप को अपने घर में खुल कर बात करनी होगी. यदि उन का सहयोग नहीं मिलता है तो कोर्ट मैरिज कर लें. विवाह हो जाने के बाद वे देरसवेर मान जाएंगे.
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मैं 20 वर्षीया और अनाथ हूं. 3 सालों से अपने 42 वर्षीय प्रेमी के घर में रह रही हूं. चूंकि मेरे कई लोगों से प्रेम संबंध हैं, इसलिए वह मुझ से विवाह नहीं करना चाहता. मैं स्वयं को काफी असुरक्षित महसूस कर रही हूं. कृपया मार्गदर्शन करें?
यदि आप का प्रेमी गंभीर है और आप से शादी न करने के पीछे आप का अन्य लोगों से संबंध ही वजह है तो आप को उन लोगों से किनारा कर लेना चाहिए. यदि वह बिना विवाह किए आप को यों ही इस्तेमाल करना चाहता है तो अच्छा होगा कि आप अपने लिए कोई ऐसा व्यक्ति तलाश लें जो आप से शादी करने को राजी हो. उस स्थिति में भी आप को भटकाव का यह रास्ता जो किसी भी नजरिए से आप के हित में नहीं है, छोड़ना होगा.
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मैं बी.ए. अंतिम वर्ष की छात्रा हूं. सगाई हो चुकी है. जल्दी शादी होने वाली है. मुझ से और मेरे मंगेतर से एक भूल हो गई है. हम ने एक बार सहवास कर लिया है. अब डर लग रहा है कि कहीं गर्भ न ठहर जाए. मैं यह भी जानना चाहती हूं कि क्या संबंध बनाने के 2 साल बाद भी गर्भ ठहर सकता है?
संबंध बनाने के बाद कुछ निश्चित दिनों तक ही गर्भ ठहरता है. जबकि आप को तो संबंध बनाए 2 साल हो गए हैं. अत: बेकार की आशंका न पालें.
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मैं 16 वर्षीय युवती हूं. 3 वर्षों से बहन के घर में रह रही हूं. मैं अपने बहनोई से बहुत प्यार करती हूं. उन के बिना जी नहीं सकती. वे भी मुझे उतना ही चाहते हैं. हम ने एक बार सहवास भी किया है. वे मेरी बहन को छोड़ कर मुझ से शादी करने की बात करते हैं. कहते हैं कि हम कोर्ट मैरिज कर लेंगे. पर मैं सोचती हूं कि जो व्यक्ति आज मेरे लिए मेरी बहन को छोड़ सकता है वह कल को किसी और के लिए मुझे भी छोड़ सकता है. बताएं क्या करूं?
आप ने पूरा खुलासा नहीं किया कि आप अपनी बहन के पास क्यों रह रही हैं? यदि कोई मजबूरी नहीं है तो आप को अपने घर लौट जाना चाहिए. आप अभी बहुत छोटी हैं. प्यार का मतलब तक नहीं जानतीं. आप का बहनोई आप की इसी नासमझी का फायदा उठा कर आप को झूठे सब्जबाग दिखा रहा है. आप उस की बातों में आ कर बहन के दांपत्य की शांति तो नष्ट करेंगी ही स्वयं भी किसी मुसीबत में फंस जाएंगी. यदि बहन के घर में रहना आप की मजबूरी है, तो बहनोई से जरा सावधान रहें.
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मैं विवाहित युवती हूं. मेरे और मेरे पति के बीच काफी कहासुनी हो जाती है, जिस से मुझे काफी क्रोध आता है. पर उन्हें मेरी नाराजगी से जरा भी फर्क नहीं पड़ता. वे मुझे पूरी तरह अनदेखा कर देते हैं. उन का यह व्यवहार मुझ से बरदाश्त नहीं होता. बताएं, मैं क्या करूं?
आप गंभीरता से सोचें और विश्लेषण करें कि किन बातों पर आप की पति से कहासुनी होती है. कोशिश करें कि ऐसा व्यवहार न करें जो उन्हें नागवार गुजरता हो. उन की इच्छानुसार काम करेंगी तो वे भी आप को तरजीह देंगे. आप की अनदेखी नहीं करेंगे. तब दांपत्य में शांति आ जाएगी. दांपत्य में शांति के लिए पतिपत्नी दोनों को ही प्रयास करना पड़ता है. फिर न केवल दांपत्य के लिए वरन बच्चों के लिए भी शांति का माहौल जरूरी है.
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मैं हमेशा बेकार की बातें सोचती रहती हूं. यह समस्या 15 सालों से है. मुझे क्या करना चाहिए कि ऊलजलूल खयाल मेरे दिमाग में न आएं?
लगता है आप के पास काफी खाली समय होता है इसीलिए दिमाग इधरउधर की बेकार बातों में उलझा रहता है. आप स्वयं को व्यस्त रखें. अच्छी पुस्तकें पढ़ें. यदि समय और सुविधा हो तो कोई समाजसेवी संस्था जौइन करें. खुद को अधिक से अधिक सक्रिय रखेंगी तो दिमाग में बेकार के खयाल नहीं आएंगे.