कई बार आप वर्कप्लेस पर कुछ ऐसे काम करते हैं जो देखने में आप को भले ही गलत नहीं लगते, पर उन का आप की छवि पर बुरा असर पड़ता है जबकि जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि आप की छवि उस संस्थान, कंपनी या फर्म के बौस के सामने शानदार हो, जहां आप काम करते हैं. इसलिए इन आदतों को समय रहते सुधारना बहुत जरूरी है.

सामान की चोरी

अभिनव को उस की कंपनी ने कस्टमर सर्विस डैस्क इंचार्ज के पद से हटा दिया. दरअसल, अभिनव कस्टमर्स को गिफ्ट करने के लिए बनाए गए छोटेछोटे आइटम्स को डैस्क पर रखने और उन्हें दे कर कस्टमर्स को खुश करने के बजाय उन्हें अपने घर ले जाता था. उस की यह आदत ज्यादा दिन तक छिपी न रह सकी और इस कारण उसे जौब से हाथ धोना पड़ा.

अगर आप औफिस की चीजों को गलत या निजी काम के लिए इस्तेमाल करते हैं, तो इस से आप की छवि खराब होती है, आप की छवि एक चोर की सी बन जाती है.

औफिस की हर चीज का सदुपयोग करें. औफिस के सामान का इस्तेमाल बताए गए तरीके से ही करें.

काम को गंभीरता से न लेना

नीरज घड़ी देख कर औफिस में घुसता और घड़ी देख कर यानी औफिस टाइम पूरा होते ही सारे काम छोड़ कर घर भागता. कई बार बौस किसी अधूरे काम को देख कर उसे फोन लगाते तो वह टका सा जवाब दे देता कि मैं समय पर निकला हूं. इस पर बौस कुढ़ कर कहते कि काम तो पूरा कर के जाते. अंत में बौस ने उसे नौकरी से निकाल दिया.

बहुत सारे काम एक निश्चित समय में पूरे करने जरूरी होते हैं या फिर कई बार बौस औफिस के अंत में पूरे दिन के काम पर आप से डिस्कस करना चाहते हैं और आप नजर नहीं आते, तो उन का मूड खराब हो जाता है.

अगर आप समय के पाबंद बनना चाहते हैं तो आप को काम का भी पाबंद बनना होगा. औफिस का टाइम पूरा होते ही औफिस से निकलना चाहते हैं तो आप को चाहिए कि साथ के साथ जरूरी काम निबटाते रहें. इस के अलावा आप को बौस को भी बताना चाहिए कि आप औफिस से निकल रहे हैं.

बौस की बात न सुनना

विशालाक्षी को कंपनी बोर्ड की एक महत्त्वपूर्ण मीटिंग में बुलाया गया था, पर वह मीटिंग की चर्चा और बौस की बातों पर गौर करने के बजाय अपने मोबाइल पर ही लगी हुई थी. बौस की नजर विशालाक्षी पर पड़ी तो वे बुरी तरह नाराज हो गए बौस की बातों को इग्नोर करेंगे तो आप को ही नुकसान होगा. इस से उन्हें लगेगा कि आप काम में रुचि नहीं लेते.

बौस कोई भी बात बोलें आप को हर काम बीच में छोड़ कर उन की बात सुननी चाहिए. अगर आप बौस की बातों पर ध्यान देते हैं, तो बौस आप से खुश रहेंगे और इस का फायदा आप को अवश्य मिलेगा. हो सकता है कि बौस आप की तरक्की कर दें और आप का वेतन भी बढ़ा दें.

जूनियर इंजीनियर मोनिका को एक काम के साथ दूसरा काम करने की आदत थी. एक बार उस ने फोन पर बात करतेकरते बौस को ऐसा ईमेल कर दिया, जिस में यारदोस्तों वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया था. बौस ने न सिर्फ मोनिका को सब के सामने दुत्कारा बल्कि 7 दिन के लिए सस्पैंड भी कर दिया.

लापरवाही से काम करने पर हमेशा नुकसान ही उठाना पड़ता है. एकसाथ 2 काम करने पर आप किसी भी काम को सही तरह से नहीं कर पाते और दोनों काम बिगड़ जाते हैं.

इसलिए हमेशा एक बार में एक ही काम को अच्छी तरह, मन लगा कर पूरा करें. ऐसे में समय भले ही जरा ज्यादा लगेगा, पर गलती की आशंका नहीं रहेगी.

ये भी हैं नाराजगी के कारण

हर वक्त प्रौब्लम बताते हैं : यदि आप हमेशा बौस को बताते रहेंगे कि कौन सा कलीग समस्या पैदा कर रहा है, संसाधनों की कमी है, चुनौतियां ज्यादा हैं तो बौस आप से परेशान हो जाएंगे. बौस पर अपनी निर्भरता कम करें. दूसरों से सीखें कि किस तरह से समस्याओं को सुलझाया जा सकता है.

बहाने बनाते हैं : अगर किसी महत्त्वपूर्ण डैडलाइन या क्रिटिकल प्रोजैक्ट से पहले आप बौस को बताते हैं कि आप बीमार हैं तो बौस काफी निराश होते हैं. अगर आप के मैडिकल इश्यूज पूरी टीम से भी ज्यादा हैं तो यह आप के लिए खतरनाक है. बीमारी का बहाना न बनाएं. क्रिटिकल प्रोजैक्ट को किसी भी तरह से पूरा करें.

डिस्टर्ब करते हैं : क्या आप अपने बौस का जरूरत से ज्यादा समय लेते हैं? डिस्कशन और सलाह के लिए आप बारबार बौस को परेशान करते हैं तो इस आदत को बदलें. रूटीन अपडेट्स के लिए लिखित कम्युनिकेशन करें. यह न भूलें कि बौस बिजी इंसान हैं. ऐसे में उन्हें बारबार टोकना बुरा लगता है.

विश्वास करने योग्य नहीं : अगर आप का डाटा गलत है, होमवर्क पूरा नहीं है या डैडलाइन मिस करते हैं, तो बौस आप के आउटपुट पर शक करने लगेंगे. ऐसे में वे आप को महत्त्वपूर्ण टास्क नहीं सौपेंगे. बौस का विश्वास जीतने के लिए अपने काम का स्टैंडर्ड बढ़ाने की कोशिश करें.

बौस अगर आप को जरूरी कागज दें, तो उन्हें संभाल कर रखें. ऐसा न हो कि जरूरत पड़ने पर आप कागज खोजते रहें. अगर ऐसा हुआ तो बौस का आप पर से हमेशा के लिए भरोसा उठ जाएगा. बौस की दी गई जिम्मेदारी को सर्वोच्च प्राथमिकता दें. उन की बात को हलके में लेना भूल होगी. आप जितना ज्यादा व्यवस्थित रहेंगे, उतनी अच्छी छवि बनेगी.

सोशल नैटवर्किंग में लगे रहते हैं : अगर आप औफिस में लगातार फोन, फेसबुक या व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं तो बौस की नजर में आप की छवि खराब हो सकती है. बौस को ये सब आदतें समय और संसाधन खराब करने वाली लगती हैं. काम के दौरान टीम से जुड़े रहें. काम के बाद ही सोशल नैटवर्किंग साइट्स का इस्तेमाल करें.

इन बातों से खुश रहेंगे बौस

टाइम मैनेजमैंट का फन सीखें : औफिस में बौस की नजर में अपनी अच्छी छवि बनाए रखने के लिए आप को चाहिए कि हर काम समय पर पूरा करें. इस के लिए आप को टाइम को मैनेज करने के लिए ‘टू डू लिस्ट’ बनानी चाहिए. इस से आप न केवल आसानी से अपने कार्यों पर निगाह रख सकेंगे बल्कि तनाव से भी बचेंगे.

अंदाज पर्सनल नहीं प्रोफैशनल : वर्कप्लेस पर आप अपने प्रोफैशन के बारे में जितने ज्यादा अपडेट रहेंगे, काम में उतनी ही सफलता मिलेगी. अपडेट रहने का तात्पर्य है कि आप अपनी फील्ड में होने वाले बदलावों के प्रति कितने जागरूक हैं. आप को कलीग्स के साथ गौसिप करने से बचना चाहिए. अगर आप प्रोफैशनल व्यवहार करेंगे, तो आप की छवि काफी अच्छी बनेगी.

ईमानदार रहें : अगर आप नौकरी में तरक्की चाहते हैं तो आप को अपने बौस को अपने बारे में बताते समय ईमानदार रहना चाहिए. अगर बौस ने आप से किसी विषय पर सलाह मांगी है तो पूरी ईमानदारी के साथ उन्हें सही सलाह देनी चाहिए.

संवाद की शैली : बौस के साथ उसी शैली में बात करें जो बौस को प्रभावित कर सके. यह भी ध्यान रखें कि वह ईमेल ज्यादा पसंद करते हैं या आमनेसामने बैठ कर बात करना. इस से आप उन के साथ बेहतर तरीके से तालमेल बैठा पाएंगे.

सौम्य और मृदुभाषी बनें : वर्कप्लेस पर सौम्य और मृदुभाषी बनें. किसी की भी शिकायत न करें. किसी का मजाक बनाने से भी बचें. अगर आप आसपास के लोगों का सम्मान करेंगे तो आप की छवि में निखार आएगा. अपने विचार किसी पर थोपने से बचें. बौस को बारबार परेशान करने से बचें. बौस से मिलने से पहले समय लें. बौस का दिल जीतने के लिए कड़ी मेहनत के साथसाथ अच्छा व्यवहार भी जरूरी है.

पहनावे का ध्यान : औफिस गए तो नाइट क्लब वाले कपड़ों से दूर रहें. इस बात का ध्यान रखें कि बौस या कलीग्स आप की ड्रैस से असहज महसूस न करें. ड्रैस फौर्मल और साफसुथरी हो. खुद को व्यवस्थित रखें. औफिस काम करने की जगह है, वहां खुद को फैशन आइकन बनाने की कोशिश न करें. आप को पता होना चाहिए कि पहनावे के बारे में आप के औफिस की पौलिसी क्या है.

झूठी हां में हां मिलाते हैं : अगर आप बौस की हर बात में हां कहते हैं और बहुत कम काम पूरे करते हैं, तो इस से आप की छवि को नुकसान हो सकता है. आप को खुद की सीमाओं के बारे में भी पता होना चाहिए. ऐसा न हो कि जोशजोश में बौस से ढेर सारा काम ले लें और उसे पूरा  करने में ही पसीने निकल जाएं. कई बार बौस आप पर जरूरत से ज्यादा भरोसा कर लेते हैं और आप उन की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाते.

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