तरनप्रीत कौर मेहंदी भारत की पहली आॢटस्ट मैनेजमैंट कंपनी ‘डी रिकाड्र्स’ की सीईओ हैं. साथ ही वे आॢकटैक्ट, लेखिका, गायिका, सौंग कंपोजर, ड्रैस डिजाइनर, मां और फेमस पौप ङ्क्षसगर दलेर मेहंदी की पत्नी भी हैं. डीरिकौड्र्स कंपनी एक रिकौर्ड लेबल है जिसे ऊंचाइयों तक पहुंचाने का श्रेय तरनप्रीत मेहंदी को ही जाता है. डी रिकौड्र्स कंपनी नई दिल्ली में स्थित है जहां तरन मेहंदी ने कई

शैलियों में संगीत अलबम बनाए हैं. उन्होंने इम्तियाज अली रियाज अली, उस्ताद हुसैन बख्श गुल्लू जैसे कुछ प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ भी काम किया है.

जगजीत सिंह से सराहना

तरन मेहंदी ने चंदा नारंग ‘इंस्टिट्यूट औफ फिल्म,’ नई दिल्ली से फिल्म मेङ्क्षकग में डिप्लोमा किया है और दूरदर्शन के लिए वौल्ट डिजनी कार्टून मिकी माउस और डोनाल्ड डक के ङ्क्षहदी डब संस्करण के लिए प्रोडक्शन मैनेजर और स्क्रिप्ट राइटर के रूप में भी काम किया है. उन्होंने गर्ल चाइल्ड ‘गुडिय़ा रानी’ समेत कई वीडियो बनाए. संगीत के प्रति तरन मेहंदी के जनून के लिए उन्हें गुलाम अली खान साहब से ले कर जगजीत ङ्क्षसह तक से सराहना मिली है. तरन मेहंदी वर्तमान में हायर कौंशियसनैस पर एक किताब लिख रही हैं.

अपनी जर्नी के बारे में बताते हुए तरनप्रीत कहती हैं, ‘‘मैं ने कम उम्र में ही ङ्क्षहदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में विशारद की डिगरी ली. मु?ो स्पिक मैके से स्कौलरशिप भी मिली. स्कूल के समय से ही मेरी गुरबाणी गाने में बहुत रुचि रही है. वैसे मैं प्रोफैशनली आॢकटैक्ट हूं. मैं ने बीआईटी से आॢकटैक्चर किया है. मगर आॢकटैक्चर पढऩे के बाद मु?ो लगा जैसे म्यूजिक मु?ो अपनी तरफ खींच रहा है. आॢकटैक्ट पढऩे के समय से ही मैं ने अपने कंसर्ट आयोजित करने शुरू कर दिए थे. मेरे इस कैरियर की शुरुआत हुई जगजीत ङ्क्षसहजी के साथ.

1994 में अंबेडकर स्टेडियम दिल्ली में

मैंने पहला कंसर्ट आयोजित किया था जो जगजीतजी का भी ऐसा पहला और आखिरी कंसर्ट था जहां उन्होंने लुंगीलाचा पहन कर परफौर्म किया और डांस भी किया. यह बैसाखी का प्रोग्राम था. बड़ेबड़े दिग्गज पंजाबी गायक

वहां मौजूद थे. इस कंसर्ट में दलेर साहब भी गा रहे थे. उन का पहला स्टेडियम कंसर्ट था. वहां पर जगजीतजी के कहने पर मैं ने पहली दफा 10 हजार लोगों के बीच उन के साथ संगत की. यह मेरे म्यूजिक जीवन का माइलस्टोन इवेंट बन गया.

माइलस्टोन इवेेंट

1994 में मैं ने अपनी कंपनी अवालांच की शुरुआत की थी और कई गजलों के शो और ब्रैंङ्क्षडग प्रोजेक्ट्स किए. उसी समय दलेर साहब एक कंपनी खोलने का प्लान बना रहे थे. 1996 के आसपास दलेर जी की डी. एम. ऐंटरटेनमैंट कंपनी ओपन हुई जिस ने कई माइलस्टोन स्थापित किए. यह आॢटस्ट मैनेजमैंट कंपनी थी. इस ने बहुत ऊंचाइयां छुईं. विदेशों तक में कंसर्ट आयोजित किए.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...