हाल ही में बांकुड़ा की आकांक्षा शर्मा और भोपाल के उदयन दास के नाम सुर्खियों में आए हैं. उदयन ने अपनी प्रेमिका आकांक्षा शर्मा की हत्या से 4 साल पहले अपने मातापिता की भी दरिंदगी से हत्या कर उन्हें बगीचे में दफना दिया था. रोंगटे खड़े कर देने वाले इस हत्याकांड में उदयन दास गिरफ्तारी के बाद रोज नए खुलासे करता रहा.
इस मामले ने दरिंदगी, झूठफरेब की हर सीमा को लांघ लिया है. पुलिस उदयन को साइकोपैथ किलर मान कर चल रही है और इस शातिर हत्यारे को उस के वकील पागल करार देने की जुगाड़ में हैं.
भोपाल और बंगाल पुलिस की हिरासत में जिरह के दौरान इस हत्याकांड की जितनी बातें सामने आई हैं वे रोंगटे खड़ी कर देने वाली है. हाल के समय में इसे सब से नृशंस किस्म का हत्याकांड माना जा रहा है, संभवतया निर्भया कांड के बाद. बांकुड़ा के थाने में उदयन के खिलाफ आकांक्षा के पिता शिवेंद्र शर्मा ने दिसंबर में आकांक्षा के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी. उस के बाद मामले की एकएक परत खुलने लगी और 3 हत्याकांडों का खुलासा हुआ.
पुलिस का मानना है कि उदयन साइकोपैथ किलर यानी एक विकृत दिमाग का हत्यारा है. हताशा उस के भीतर घर कर गई है. बंगाल पुलिस का मानना है कि संभवतया मातापिता की हत्या के बाद उदयन ट्रौमा का भी शिकार हो गया. इसी कारण वह मानसिक रूप से संतुलित नहीं है. अकेले रहने से भी वह डरता था. गाड़ी चलाते हुए भी अगर उस के साथवाली सीट पर कोई नहीं हो तो एक टेडीबेयर को वह जरूर बिठाता, सीट बैल्ट के साथ. यही नहीं, साकेतनगर फ्लैट में विरला ही वह अकेला रहता. वह अवसाद से घिरा हुआ है. आकांक्षा हत्याकांड की पूरी कहानी है क्या. आइए, जानते हैं.