हौरर मूवीज में इंसान मरने के बाद भी डरावने रूप में बदला लेने के लिए लोगों के सामने आ जाता है. उस का पूरा शरीर घावों से भरा और खून से लथपथ होता है. चाल इतनी डरावनी होती है कि देखने वाले डर से कांप उठते हैं. वह जैसे ही उन के करीब आता है, वैसे ही बचाव में लोग भागने की कोशिश करते हैं. हालांकि फिल्मों में ये सब तकनीक पर आधारित होता है और एडिटिंग द्वारा खौफ पैदा किया जाता है, लेकिन हकीकत में कोई भूत नहीं होते बल्कि जोंबीज होते हैं जिन्हें मेकअप आर्टिस्ट की मदद से डरावना रूप दिया जाता है, जिसे देखने वाला भूत समझ कर खुद पर से काबू खो बैठता है.

क्या है जोंबी वौक

लोग लाइफ ऐंजौय करने के लिए क्या-क्या नहीं करते. कभी ऐंडवैंचर के लिए खतरनाक स्टंट ट्राई करते हैं तो कभी अजीबोगरीब फैस्टिवल्स में भाग ले कर खुद को अलग अंदाज में पेश करने की कोशिश करते हैं. इन्हीं अजीबोगरीब आयोजनों में दुनियाभर में जोंबी वौक भी एक है, जिस में जोंबीज बनने के इच्छुक लोग भाग लेते हैं. यह एक तरह से हैलोवीन थीम से मिलताजुलता है. इस में भाग लेने वाले व्यक्ति अपने फेवरिट हौरर करैक्टर के लुक व स्टाइल को कौपी कर लोगों को अपने डरावने चेहरों से डराने की कोशिश करते हैं. पता होने के बावजूद कि जोंबी वौक में शामिल होने वाला व्यक्ति भूत नहीं है फिर भी डर के मारे कोई भी उन के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता. कुल मिला कर यह लोगों का एक नए अंदाज में ऐंटरटेनमैंट करता है.

मेकअप का खेल

इस में पूरा खेल मेकअप का होता है, जिसे मेकअप आर्टिस्ट अपने हाथ की सफाई से व्यक्ति के चेहरे, हाथपैरों व गरदन को वही रूप देने की कोशिश करता है जैसा करैक्टर बनने की ख्वाहिश वह व्यक्ति रखता है. चाहे कितना भी डरावना करैक्टर बनाना हो मेकअप आर्टिस्ट हार नहीं मानते और कर के दिखाते हैं, क्योंकि इस से जहां उन्हें अपनी कला को लोगों के सामने दिखाने का मौका मिलता है, वहीं इस के लिए उन्हें मुंहमांगी कीमत भी मिलती है.

किस मोटो से होता है आयोजन

जोंबी वौक का आयोजन जिस भी देश में किया जाता है उस के लिए लोगों तक सूचना पहुंचाने के लिए मीडिया व विभिन्न सोशल साइट्स की हैल्प ली जाती है ताकि बड़ी संख्या में लोग इस में भाग लेने के लिए पहुंच सकें. इस तरह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य रूटीन लाइफ से एक दिन के लिए खुद को बाहर निकालना तो होता ही है, साथ ही वर्ल्ड रिकौर्ड बनाना या फिर किसी चैरिटी वर्क के लिए भी किया जाता है

फर्स्ट जोंबी वौक ने किया क्रेजी

पहली जोंबी वौक उत्तरी अमेरिका में 2000 में आयोजित हुई. भले ही इस में बहुत कम लोगों ने भाग लिया लेकिन इस के बाद इस की लोकप्रियता इतनी अधिक बढ़ गई कि इसे दुनियाभर में और भी कई जगहों पर आयोजित किया जाने लगा.

उत्तरी अमेरिका के बाद अगस्त, 2001 में ‘जोंबी परेड’ सैक्रामेंटो, कैलिफोर्निया में आयोजित हुई. वहां इस का श्रेय ब्रेना लविंग को जाता है, जिन्होंने ट्रैश फिल्म ओर्ग के सामने सुझाव रखा कि इस के माध्यम से वे अपने एनुअल मिडनाइट फिल्म फैस्टिवल  को प्रमोट कर सकते हैं.

इस के बाद दोबारा जुलाई, 2002 में यह इवैंट आयोजित हुआ और तब से यह उन का एनुअल इवैंट बन गया, जिस में भाग लेने वालों की संख्या हर बार बढ़ती ही है. इस के बाद अक्तूबर, 2003 में यह वौक टोरंटो में हौरर मूवी फैन द मंस्टर द्वारा आयोजित की गई. 

इस के बाद से यह वहां एक एनुअल इवैंट के रूप में मनाया जाने लगा. नएपन और देखादेखी के चलते बाकी देशों में भी इस का क्रेज बढ़ता चला गया.

यह कहना गलत नहीं होगा कि जोंबी फिल्म्स जैसे रैजिडैंट एविल मूवीज, 28 डेज लेटर, जैक स्नेडर्स डाउन औफ द डैड, शौन औफ द डैड , जौर्ज ए रोमैरोज, लैंड औफ द डैड आदि की सफलता से भी जोंबी इवैंटस का प्रचलन औैर ज्यादा बढ़ा है.

2016 का जोंबी वौक

मैक्सिको सिटी, लंदन, फ्रांस आदि कई जगहों पर जोंबी वौक का आयोजन हुआ, जिस में हजारों की संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया. देखने वालों के होश तब उड़े जब नकली खून से सने, हाथों में मांस लटकाए और डरावना मेकअप किए एक प्रतिभागी ने उन की ओर दौड़ लगा कर उन्हें खाने का नाटक किया, जिस ने एक बार उन से आंखें मिला लीं, वे दोबारा उन से आंखें मिलाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया. कुछ ऐसा था 2016 का जोंबी वौक.

भारत में जोंबी वौक की जगह थीम पार्टीज का चलन

जोंबी वौक जहां अभी विदेशों में ही ज्यादा प्रचलित है, वहीं भारत में थीम पार्टीज का ज्यादा चलन है, क्योंकि यूथ अब नौर्मल पार्टीज की जगह थीम पार्टीज को ज्यादा पसंद करने लगे हैं. इन पार्टीज में युवा थीम्स के अनुसार खुद को रैडी कर जीभर कर ऐंजौय करते हैं. ऐसी पार्टीज के लिए उन की उत्सुकता कई दिन पहले से शुरू हो जाती है. आखिर हो भी क्यों न, जब लुक न्यू, डैकोरेशन और फूड भी थीम के अनुसार होगा तो दिल तो गार्डनगार्डन होगा ही.

आजकल सब से ज्यादा डिमांड में है, हैलोवीन थीम, जो भले ही दिखने में डरावना है लेकिन खूब मजा देने वाला होता है. इस के अतिरिक्त अवैंजर थीम, कैसीनो थीम, रैट्रो थीम, पाइरेसो थीम, जंगल थीम, डिस्को थीम, एंग्री बर्ड थीम भी चलन में हैं.

जिस तरह थीम पार्टीज ने भारत में जगह बनाई है ठीक उसी तरह जोंबीज इवैंट भी भारत में जल्द ही चलन में आएंगे क्योंकि ये मनोरंजन का नया माध्यम हैं.

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