मुंबई की बीच सड़क पर एक लड़के को एक लड़की चप्पलों से पीट रही थी और कह रही थी कि तूने मुझे छुआ क्यों? तेरी इतनी हिम्मत कैसे हुई? आज मैं तुझे बताती हूं. इसे देख आसपास के लोग भी उसे पीटने लग गए। उस के नाक और मुंह से खून निकल रहा था और वह हाथ जोड़े कह रहा था कि मुझे माफ कर दो, मत मारो मैं पांव पकड़ता हूं. तुम जो कहेगी मैं करने के लिए तैयार हूं.
लेकिन लड़की मान नहीं रही थी और लगातार लातघूंसे से मारे जा रही थी। पुलिस के आने से पहले उस की पहचान का एक बुजुर्ग व्यक्ति वहां आया, बीचबचाव कर उस लड़के को उस लड़की के चंगुल से बाहर निकाला है और अस्पताल ले कर गया.
बाद में पता चलता कि वह लड़की उस लड़के को पिछले 3 साल से डेट कर रही थी। लड़के को वह बौयफ्रैंड कहती है. लड़का थोड़ा सरल स्वभाव का है. इस का फायदा उठा कर लड़की उस के साथ होटलों और रेस्तरां में हमेशा जाती थी और खुद खाना खाने के बाद अपनी मां के लिए भी खाना पैक कर ले जाती थी. इस के अलावा उसे जब भी पैसे की जरूरत होती तो उस लड़के से पैसे मांगती और वह उसे दे भी देता था.
व्यवसायी परिवार का पैसे वाला यह लड़का उस लड़की की हर चाहत को पूरा करने की जीतोड़ कोशिश करता रहा, लेकिन गलती यह हुई कि लड़के ने उस लड़की को रेस्तरां में जबरदस्ती किस कर लिया, इस से उस का गुस्सा भड़क गया और रास्ते में उस ने उस की पिटाई कर दी.
दरअसल, कुछ लड़कियां बचपन से ही बिगड़ैल स्वभाव की होती हैं. रश्मि का स्वभाव भी बिगड़ैल है, क्योंकि स्कूल के समय से वह किसी न किसी लड़के या लड़की की टिफिन खा जाती थी। पूछने पर कुछ बहाना बना कर मना कर देती थी। लेकिन एक दिन एक लड़की ने उसे किसी लड़के का टिफिन उठाते देखा और टीचर से शिकायत की। उस के पेरैंट्स को बुलाया गया, तो उस ने भोली सूरत बना कर सब के सामने कह दिया कि उसे उस के पेरैंट्स टिफिन कम मात्रा में देते हैं, जिस से उस का पेट नहीं भरता, इसलिए वह दूसरे का टिफिन चुपके से ले कर खा जाती है. पेरैंट्स और टीचर सभी एकदूसरे का मुंह ताकने लगे और रश्मि को डांट कर वहां से निकल जाने को कहा.
असल में रश्मि की झूठ बोलने की आदत बचपन से ही थी. इस के बाद बड़ी हो कर उस ने कई बौयफ्रैंड बना लिए, जिस के साथ वह मौजमस्ती करना पसंद करती थी. जब नौकरी करने लगी, तो औफिस के किसी लड़के से प्रेम कर उस ने अंत में शादी कर ली और एक बच्चे की मां बन सैटल हो गई.
रश्मि की अच्छी बात यह रही कि उसे अंत में समझ आ गया था कि उसे हर थोड़े दिनों बाद बौयफ्रैंड बदलने की आदत को सुधार लेनी चाहिए और इस के बाद उस ने खुद को संभाल लिया. मगर लड़कियां ऐसी नहीं होतीं. सुमन ने भी कई बौयफ्रैंड बनाए और सभी के साथसाथ लाइफ को ऐंजौय किया, लेकिन अंत में सभी लड़के उस की नियत समझ कर धीरेधीरे खिसक लिए और अब सुमन अकेली अपनी मां के साथ रहती है. उसे अब शादी करने की इच्छा नहीं है. वह आजाद रहना पसंद करने लगी है.
आजाद रहने की इच्छा
असल में अभी तक आप ने लड़कों के बिगड़ने की कहानी सुनी और देखी होगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लड़कियां भी बिगड़ैल होती हैं और कई बार अपने पेरैंट्स और दोस्तों की नाक में दम कर देती हैं. अगर कोई उन्हें इस की वजह के बारे में जानना भी चाहते हैं, तो मुंह बना लेती हैं या फिर टका सा जवाब दे कर निकल लेती हैं.
दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में ऐसी मनमानी करने वाली लड़कियों की कमी नहीं है. ऐक्सपर्ट मानते हैं कि ऐसी लड़कियां अधिकतर परिवार की रोकटोक से परेशान हो कर आजाद खयालात अपना लेती हैं. कुछ हद तक इन्हें विद्रोही स्वभाव भी कहा जा सकता है, जबकि कुछ का स्वभाव बचपन से ही ऐसा होता है. कई बार किसी लड़के से धोखा खाने के बाद भी लड़कियां बिगड़ैल बन जाती हैं और कई लड़कों के साथ दोस्ती करतीं और अपना गुस्सा निकालती रहती हैं. इस के अलावा परिवार में कम उम्र में कुछ गलत हालात का सामना कर चुकी लड़कियां भी ऐसी हो सकती हैं.
परिवार है जिम्मेदार
मनोवैज्ञानिक राशिदा कपाड़िया कहती हैं कि ऐसी बिगड़ैल लड़कियों की संख्या आज अधिक है, क्योंकि आजकल सभी के 1 या 2 बच्चे होते हैं, ऐसे में पेरैंट्स का ध्यान उन पर बहुत अधिक होता है. उन्हें किसी भी काम को करने की आजादी नहीं मिलती. पेरैंट्स भी बहुत प्रोटैक्टिव होते हैं. वे लड़कियों को कहीं आनेजाने, मन मुताबिक ड्रैस पहनने या दोस्त बनाने आदि किसी भी बात को करने से मना करते रहते हैं. जब ये लड़कियां टीनएज में होती हैं, तो पियर प्रेशर इन पर बनता है, दोस्त उन का मजाक उड़ाते हैं. ऐसे में वे खुद को प्रूव करने के लिए कई लड़कों से प्यार का नाटक करती हैं और बिगड़ैल जानबूझ कर बनती हैं.
बिगड़ैल लड़कियां बनने के पीछे कई कारण हो सकते हैं :
● पेरैंट्स का अधिक स्ट्रिक्ट होना.
● गलत संगत में पड़ जाना.
● लड़की का खुद को इंफीरियर समझना.
● बौयफ्रैंड से धोखा मिलना आदि.
ऐसे में उन का मानसिक स्तर बिगड़ने लगता है. धोखा या खुद को इंफीरियर समझना अधिकतर लड़कियों के बिगड़ैल होने की वजह देखी जाती है. कुछ लड़कियां खुद को अधिक अट्रैक्टिव दिखाने के लिए भी बहुत सारे बौयफ्रैंड बनाती हैं, ताकि दोस्तों में उन की तारीफ हो. इसलिए जो भी लड़का उन्हें मिले, उस के साथ दोस्ती कर लेती हैं, साथ ही वे अधिक बातूनी भी होती हैं. लड़के भी इस का फायदा उठा कर दोस्ती कर लेते हैं.
राशिदा अपने अनुभव के बारे में कहती हैं कि एक सीधीसादी लड़की इसलिए बिगड़ैल बनी, क्योंकि वह बहुत अधिक सुंदर नहीं थी। उसे लगता था कि कोई लड़का उसे पसंद नहीं करेगा, इसलिए वह सभी लड़कों से बहुत बातें करती और दोस्ती करती थी. इसे देख बाकी लड़कियां उसे भलाबुरा कहने लगीं. धीरेधीरे लड़की में हीनभावना हीने लगी और उसे लगने लगा कि उस का यह व्यवहार ठीक नहीं। उस ने सब से दोस्ती तोड़ डाली और वह डिप्रैशन में चली गई.
एक दिन वह मेरे पास आई और कई सेशन के बाद उसे समझ में आया कि उसे क्या करना चाहिए और तब जा कर वह नौर्मल हुई.
सोशल मीडिया की पोपुलैरिटी
इतना ही नहीं ऐसी कई लड़कियों के रील्स भी सोशल मीडिया पर देखने को मिलते हैं, जहां वे कुछ भी उटपटांग हरकतें कर रील शेयर करती हैं और लोगों के लाइक्स उन्हें अच्छा फील कराती हैं और यह सब उन के लिए गलत नहीं होता. इसे वे ऐंजौय करती हैं.
अभिनेत्री उर्फी जावेद भी बिगड़ैल लड़की की श्रेणी में शामिल हैं, लेकिन इस का असर उन पर नहीं पड़ता. छोटे शहर में जन्मी और बड़ी हुई उर्फी परिवार की रोकटोक से तंग आ कर मुंबई भाग आई और ऐक्टिंग करने लगी. उस की अतरंगी पोशाक और रहनसहन को ले कर लोग तरहतरह की बातें करते हैं, पर इस का असर उर्फी पर कभी नहीं पड़ा. वह अपने लाइफ को ऐंजौय कर रही है. उस ने कहा भी है कि वह अटेंशन चाहती है और इसलिए इस तरह के कपड़े पहनती है. उसे पहचान और पैसा सब इस से मिल रहा है, जो टीवी से कभी नहीं मिला.
बिगड़ैल लड़की का कौंसेप्ट पसंद
बौलीवुड ऐक्ट्रैस हुमा कुरैशी ने भी एक इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें बिगड़ैल लड़कियों का कौंसेप्ट बहुत पसंद है और उन्होंने इस पर एक किताब भी लिख डाली है. वे खुद को भी एक बिगड़ैल और बदतमीज लड़की की श्रेणी में रखती हैं. वे कहती हैं कि मैं लड़कियों को इस बात के बताए जाने से थक चुकी हूं
कि लड़कियों को कैसे कपड़े पहनने चाहिए या फिर कैसे चलना चाहिए, कैसा व्यवहार करना चाहिए. बिगड़ैल लड़कियों वाला कौंसेप्ट मुझे हमेशा से पसंदीदा रहा है, क्योंकि मैं ने हमेशा अपने मन का किया है और मैं खुद एक बिगड़ैल लड़की हूं.
बिगड़ैल बन कमाया पैसा
पिछले दिनों ब्लेयर रिचर्ड्स नाम की एक विदेशी लड़की पेशेवर बिगड़ैल लड़की के रूप में वायरल हुई, क्योंकि उस ने अपनी खूबसूरती का उपयोग कर फिन सब में शामिल हुई, जिस में लोग स्वेच्छा से खुद पैसा देते हैं. उस ने लोगों को आकर्षित कर 4 सालों में लगभग ₹5 करोड़ कमाए हैं. फिन सब वह व्यक्ति होता है, जो किसी प्रभावशाली व्यक्ति को अपने खर्च पर नियंत्रण करने देना पसंद करता है. ब्लेयर का काम ऐसे अनुयायियों को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया पेज बनाना है. हाल ही में इंस्टाग्राम वीडियो में उन्होंने स्क्रीनशौट शेयर किए, जिस में दिखाया गया कि कैसे एक व्यक्ति ने उन्हें सिर्फ 1 घंटे में सैकड़ों डौलर भेजे. उन्होंने बताया है कि वह इन लोगों से डेट या मुलाकात नहीं करती हैं. ब्लेयर ने यह भी लिखा है कि इस काम की कोई सीमा नहीं, आप वास्तव में आजीविका के लिए एक पेशेवर बिगड़ैल लड़की की तरह
काम कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 4 सालों में मैं ने एक उपनाम के तहत सोशल
मीडिया पेजों और फैन साइट्स से लगभग ₹5 करोड़ कमाए हैं.
फिल्म इंडस्ट्री की बिगड़ैल लड़कियां
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी ऐसी बिगड़ैल लड़कियों की कमी नहीं. बहुत सारी लड़कियां अक्खड़ और बिगड़ैल स्वभाव की हैं, जिस में परिणिती चोपड़ा का नाम सब से पहले आता है. उन का व्यवहार अपने प्रसंशकों और क्रू टीम के साथ बहुत असभ्य रहता है. अभिनेत्री कंगना रनौत भी एक बिगड़ैल लड़की है.
कम उम्र में
घर से भाग कर अभिनय के क्षेत्र में आईं और अभिनय के बल पर खुद को स्टैब्लिश किया, लेकिन इस के बावजूद वे अपने बिगड़ैल स्वभाव की वजह से कई निर्माता निर्देशक की सूची से बाहर हैं.
सुंदर और आकर्षक अभिनेत्री कैटरीना कैफ को सभी जानते हैं कि अच्छी अभिनेत्री नहीं होने के बावजूद वे फिल्मों में टिकी हुई हैं क्योंकि वे दिखने में सुंदर हैं और उन के संबंध बड़े स्टार्स यानि सारे खान के साथ बहुत मधुर हैं. मगर उन पर भी अपने सहकर्मियों के साथ नखरे दिखाने के आरोप लगते रहते हैं और वे अपने प्रशंसकों और फिल्मों के कर्मचारियों के साथ भी अच्छा व्यवहार नहीं करतीं.
अनुष्का शर्मा भी कम बिगड़ैल नहीं. उन को अपने प्रसंसकों और फिल्मी कर्मीदल के साथ असभ्य बरताव करते हुए कई बार कैमरे पर देखा गया है. उन को मीडिया के साथ भी अशिष्ट व्यवहार करते हुए देखा गया है. उन्होंने कुछ फैशन शो में भी बदतमीजी की है जहां पर उन का यह बरताव डिजाइनर को बहुत महंगा पड़ा.
फिल्म 'आशिकी 2' में सरल स्वभाव के रोल के लिए जानी जाने वाली श्रद्धा कपूर रियल लाइफ में ऐसी बिलकुल नहीं हैं. वे अपने प्रशंसकों के साथ अकसर असभ्य हो जाती हैं और उन को मीडिया और फोटोग्राफरों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए देखा गया है. श्रद्धा के इस व्यवहार पर स्वयं उन के पिता शक्ति कपूर ने भी जिक्र किया है.
इस प्रकार बिगड़ैल लड़की कहलाना आज की तारीख में कोई गलत बात नहीं होती, क्योंकि हर लड़की आजादी और चर्चा में बने रहने के लिए ही ऐसा करती है और वह कामयाबी और पैसे भी कुछ हद तक इस के जरीए पा भी लेती है. लेकिन इस में हमेशा सावधानी बरतने की जरूरत लड़की को होती है, ताकि
किसी फ्रौड इंसान के पल्ले वह न पड़ जाए.
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