पत्नी वह होती है जो पति के अधूरे काम जान जोखिम में डाल कर भी पूरे कर ले. जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे की पत्नी एकी अबे ने शिंजो के प्रधानमंत्रीकाल में कोई लंबीचौड़ी हेराफेरी की थी. तोशियो अकागी जो एकी अबे के कारनामों को जानता था एक दस्तावेज तैयार कर रहा था, जिस में एकी अबे की एक स्कूल के पास की जमीन सस्ते दामों पर खरीद लेने के सुबूत थे. तोशियो अकागी पर दबाव पड़ा कि वे दस्तावेज गुप्त रखे जाएं और

2018 में दबाव न सह पाने पर उस ने आत्महत्या कर ली. अपनी पत्नी मसाको अकागी को यह बात तोशियो ने बता दी थी और तोशियो की मृत्यु के बाद मसाको उन दस्तावेजों को पब्लिक कराने की मुहिम में जुट गई. प्रधानमंत्री की पत्नी के खिलाफ सुबूतों को ढूंढ़ना और उस मुद्दे के पीछे पड़ना आसान नहीं है खासतौर पर तब जब शिंजो अबे सब से लंबे समय तक जापान का प्रधानमंत्री रहा हो. उस के हाथ कितने लंबे होंगे इस का अंदाजा लगाया जा सकता है.

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पति से प्रेम का मतलब है पति के अधूरे कामों को पूरा करना और मसाको ने यह कर दिखाया. वह अकेली इस लड़ाई में लगी रही और उस के दबाव में आखिर में जून, 2021 में सरकार ने तोशियो अकागी का तैयार किया डौजियर रिलीज किया, जिस में सैकड़ों ईमेल हैं जो पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी के कारनामों का परदाफाश करते हैं. तोशियो इस क्षेत्र के एक दफ्तर में अधिकारी था जहां की जमीन एकी ने खरीदी थी.

मसाको ने अपने पति की आत्महत्या के लिए सरकारी दबाव को जिम्मेदार ठहरा कर मुआवजा भी मांगा था. उस की इच्छा थी कि कोई भी सरकारी अफसर कागजी फाइलों में बंद गुप्त रहस्यों को छिपाने के लिए आत्महत्या करने को मजबूर न हो.

इस मामले ने वर्तमान प्रधानमंत्री पर दबाव बढ़ा दिया है कि मामले की फिर से जांच हो और अगर पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी ने कोई हेराफेरी की है तो सही कदम उठाया जाए.

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कहने को तो जापानी कानून की तरह हमारे यहां भी राइट टु इनफौर्मेशन कानून है पर आमतौर पर वहां से भी गोलमोल उत्तर मिलते हैं. प्रधानमंत्री केयर फंड के बारे में तो भारत सरकार ने बताने से इनकार कर दिया है, जबकि इस में जबरन पैसा डलवाया गया था पर अफसोस हमारे यहां मसाको अकागी कहां है?

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