बेहद स्टाइलिश, खूबसूरत और शानदार बल्लेबाज स्मृति मंधाना क्रिकेट के क्षेत्र में अपने आदर्श विराट कोहली के नंबर की जर्सी 18 पहन कर जब पिच पर उतरती हैं तो विरोधियों के छक्के छुड़ा देती हैं.
बांएं हाथ की इस आक्रामक बल्लेबाज का औफ साइड में खेलने का अंदाज बिलकुल सौरव गांगुली की तरह आकर्षक है. वहीं लेग साइड में वे युवराज सिंह की तरह शानदार शौट खेलती हैं. वे गौतम गंभीर की तरह स्टेट ड्राइव भी लगाती हैं. क्रिकेट के क्षेत्र में बहुत कम ऐसे खिलाड़ी हैं जो औन साइड और औफ साइड दोनों तरफ एक समान शानदार खेलने के दक्षता रखते हैं.
बचपन में अपने बड़े भाई श्रवण मंधाना को क्रिकेट खेलते देख स्मृति ने 9 साल की छोटी सी उम्र में बल्ला उठा लिया था. उन के पिता श्रीनिवास मंधाना भी डिस्ट्रिक्ट लैवल पर क्रिकेट के खिलाड़ी रह चुके हैं. पिता और भाई ने जोश दिलाया तो स्मृति का बल्ला देखते ही देखते चौकेछक्के जड़ने लगा. प्रैक्टिस इतनी जबरदस्त कि मात्र 11 साल की उम्र में उन का अंडर-19 टीम में चयन हो गया.
कैरियर का टर्निंग पौइंट
2013 में गुजरात के खिलाफ वनडे घरेलू मैच में स्मृति ने 150 गेंदों में 224 रन बना कर सब को प्रभावित किया. स्मृति मंधाना इस दोहरे शतक से भारत की पहली महिला क्रिकेट खिलाड़ी बनीं जिस ने दोहरा शतक बनाया. इस शतक ने स्मृति को रातोंरात भारतीय महिला क्रिकेट का स्टार खिलाड़ी बना दिया.
इसी साल मंधाना ने भारत के लिए वनडे और टी-20 में डेब्यू किया और फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. 2013 स्मृति के क्रिकेट कैरियर का टर्निंग पौइंट रहा.
स्मृति मंधाना अपने शानदार खेल से न केवल भारत में बल्कि आस्ट्रेलिया और इंगलैंड में भी काफी लोकप्रिय हैं. स्मृति आस्ट्रेलियाई बिग बैश लीग में खेलने वाली भारत की दूसरी खिलाड़ी हैं. स्मृति बिग बैश ब्रिस्बेन हीट वूमन के लिए खेलती हैं. अपने शानदार खेल से उन्होंने बिग बैश लीग में भी कमाल का खेल दिखाया है. इंगलैंड के ‘द हंड्रेड क्रिकेट लीग’ में भी स्मृति का बल्ला जम कर बोला. साउथर्न ब्रेव से खेलते हुए स्मृति ने काफी बेहतरीन पारियां खेलीं. स्मृति में यह खूबी है कि वे मैच की स्थिति के अनुसार अपने खेल को ढाल लेती हैं. जब आक्रामक खेलना होता है तो लंबेलंबे छक्के लगाती हैं और जब रक्षात्मक खेलना होता है तब फील्डर्स के बीच से खूबसूरत चौके लगाती हैं.
स्मृति मंधाना पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने वनडे में दोहरा शतक जमाया. स्मृति ने घेरलू क्रिकेट में गुजरात के खिलाफ खेलते हुए दोहरा शतक लगाने का करिश्मा किया था. इस महिला बल्लेबाज ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिंक बौल टैस्ट क्रिकेट में भी शतक जमाया था. पिंक बौल टैस्ट में शतक जमाने वाली वे पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं.
बड़ा योगदान
2017 महिला वर्ल्ड कप में स्मृति ने शानदार खेल दिखाते हुए 2 शतक जड़े और भारत को फाइनल तक ले जाने में बड़ा योगदान दिया.
2018 में स्मृति मंधाना को उन के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बीसीसीआई ने ‘वूमन इंटरनैशनल क्रिकेट अवार्ड’ से नवाजा. 2019 में भारत सरकार ने अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया. 2019 में ही स्मृति को इंटरनैशनल क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के लिए ‘आईसीसी वूमन वनडे प्लेयर औफ द ईयर’ से भी सम्मानित किया गया. इसी साल स्मृति मंधना को आईसीसी ‘वूमन क्रिकेटर औफ द ईयर अवार्ड’ से भी नवाजा गया. स्मृति 2022 में भी सभी प्रारूपों में उत्कृष्ट खेल दिखने के लिए आईसीसी द्वारा ‘क्रिकेटर औफ द ईयर’ 2022 अवार्ड के लिए चुना गया.
26 साल की मेधावी क्रिकेटर स्मृति मंधाना सब से कम उम्र में कप्तानी संभालने वाली भारतीय कप्तान रही हैं. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को एक स्तर पर पहुंचने में उन का बहुत बड़ा योगदान है.