Working Women : आज के समय में योग्यता और डिगरी के संदर्भ में लिंगभेद नहीं होता है. परिवार में लालनपालन करते हुए भी बेटी और बेटा को अलग नहीं माना जाता. इसलिए अब बेटियां आत्मनिर्भर होने के बाद ही शादी के बारे में सोचती हैं. आधुनिक लड़कियां केवल आत्मनिर्भर ही नहीं बल्कि महत्त्वाकांक्षी भी हैं. कैरियर के क्षेत्र में ऊंचा मुकाम पाने के लिए वे निरंतर संघर्षरत हैं.
लेकिन जब नौकरी के दौरान किसी लड़की की शादी होती है तो इस से कहीं न कहीं उस का कैरियर भी प्रभावित तो होता ही है. किसी नवविवाहिता के लिए अपनी नई शादी और औफिस के बीच सामंजस्य स्थापित करना काफी मुश्किल होता है. इसलिए अगर निकट भविष्य में आप की शादी होने वाली है या आप नवविवाहिता हैं तो आप को इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए:
सबसे पहले आप इस बात के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें कि अब आप को दोहरी जिम्मेदारियां निभानी पड़ेंगी. ज्यादा कार्यभार की वजह से न तो घबराना चाहिए और न ही अपना धीरज खोएं.
शादी तय होते ही अपने औफिस के कार्य से जुड़ी जिम्मेदारियों और उस की प्रकृति के बारे में भावी पति को और अगर परिवार को भी सम झा सकती हैं तो जरूर बताएं ताकि वे कार्य की गंभीरता को सम झते हुए भविष्य में आप को पूरापूरा सहयोग दें.
जब आप की शादी की तिथि तय हो जाए तो सब से पहले अपने कार्यस्थल की जिम्मेदारियों और स्थितियों को ध्यान में रखते हुए ही छुट्टियों के लिए आवेदन करें. अगर आप किसी ऊंचे तथा जिम्मेदार पद पर हैं तो किसी को भली प्रकार कार्य सौंप कर ही अवकाश लें. इतना ही नहीं विवाह का लंबा अवकाश लेने से पहले संबंधित अधिकारी से विचारविमर्श कर लें. उन को भी अपने कामकाज से संबंधित सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी जरूर लिखित में दे कर जाएं. लिख कर देने से प्रमाण रहता है.
अब आप की अनुपस्थिति में आप के जिस सहयोगी को अस्थायी रूप से आप का कार्यभार सौंपा गया हो और वह आप के कार्य की प्रकृति से परिचित नहीं हो तो उसे अपनी कार्यशैली से भी अवगत कराएं.
शादी की छुट्टियों के बाद औफिस लौटने के एक दिन पहले फोन पर अपने वरिष्ठ अधिकारी और सहकर्मियों से भी वहां के कामकाज की स्थिति की पूरी जानकारी हासिल कर लें ताकि औफिस पहुंचने के बाद पहले दिन आप को कोई असुविधा न हो.
कुछ लड़कियां शादी की छुट्टी से लौटने के बाद ज्यादा समय अपने सहकर्मियों से गपशप करने फोन पर बातें करने में व्यतीत करती हैं. आप ऐसा न करें. कार्यस्थल पर अपना व्यवहार शालीन और संयत ही रखें.
परिवार में कभीकभार हंसीमजाक का माहौल हो और आप दफ्तर की बेहद व्यस्तता से थक कर चूरचूर हैं तो शालीनता से कह दीजिए कि आप बेहद थक कर आई हैं. आराम कर के कल फिर से दफ्तर जाना है.
औफिस जाते समय आप का पहनावा और मेकअप भी औफिस के माहौल के अनुकूल होना चाहिए. ज्यादा गहरा मेकअप करने से और बेहद चटकीलेभड़कीले रंग की पोशाक पहनने से परहेज करें.
शादी के बाद किसी भी युवती पर अचानक घरगृहस्थी तथा परिवार की अन्य जिम्मेदारियों का बो झ आ ही जाता है. अगर आप ससुराल के संयुक्त परिवार में रहती हैं तो आप को पति के अलावा सासससुर और परिवार के अन्य सदस्यों का भी खयाल रखना पड़ता है. लेकिन पारिवारिक दायित्वों की वजह से औफिस को नजरअंदाज न करें. इस का सरल उपाय यह है कि आप अपना रूटीन देखें. अगर आप का दफ्तर बहुत दूर है या आप को अकसर फील्ड में रहना होता है. तब आप अपने परिवार में इस की चर्चा कर के परिवार के बुजुर्ग सदस्य की सहायता के लिए प्रशिक्षित सहायक जरूर रखें. यह हर तरह से सुकूनदायक रहेगा.
विवाह का बहाना बना कर दफ्तर के काम को प्रभावित न करें. शादी के बाद यों ही ज्यादा छुट्टियां लेना, अकसर औफिस देर से पहुंचना और जल्दी घर चले जाना, कोई भी गंभीर प्रोजैक्ट हो तो बहाना बना देना कि हाल ही में तो मेरी शादी हुई है. मु झे माफ करो आदिआदि शीला जैसा व्यवहार आप के कैरियर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. इसलिए जहां तक संभव हो ऐसा करने से बचें. अपनी दिनचर्या इस तरह व्यवस्थित कर लें कि सुबह घर का काम पूरा करने के बाद आप के पास औफिस के लिए तैयार होने का समय हो.
अगर आप के घर कोई मेहमान आप से मिलने आना चाहता है या आप को अपने घर बुलाता है तो आप उसे हमेशा शनिवार शाम का समय दें ताकि रविवार का पूरा दिन आप के लिए हो और आप सोमवार को तरोताजा हो कर फिर से दफ्तर का काम कर सकें.
दफ्तर में अपनी ससुराल या पीहर को ले कर कोई अतिरिक्त गपशप या कोई मसला मजे लेने के लिए या किसी और वजह से सा झा न करें. अगर कोई आगे बढ़ कर कुछ जानना चाहता है तब आप अपनी विवेकशक्ति से चर्चा कर लीजिए.