जनवरी की सर्द रात के सन्नाटे को ‘बचाओ बचाओ’ की चीखों ने और भी भयावह बना दिया था. कौन था जो कालोनी में हो रही चोरी की घटनाओं के पीछे सुराग को छिपाने की कोशिश कर रहा था.