राइटर- मधु शर्मा कटिहा
Best Hindi Story 2025 : ‘‘तुम ने अभी तक अपना फेसबुक स्टेटस अपडेट नहीं किया. मैं ने तो कब का सिंगल से बदल कर ‘इन ए रिलेशनशिप’ कर लिया. देख लो चाहे,’’ अपना मोबाइल सिमरन की ओर बढ़ाते हुए चेतन उसे छेड़ने के अंदाज में बोल खिलखिला कर हंस पडा. मोबाइल पर फेसबुक ऐप खुला था.
‘‘हां... हां... क्यों नहीं, कर लेती हूं मैं भी. जब मेरे मम्मीपापा आएंगे न हमें मारने सीधा शिमला से दिल्ली डंडा ले कर तब भूल जाओगे यह इश्कविश्क,’’ सिमरन भौंहें नचाते हुए होंठों पर टेढ़ी मुसकान लिए बोली.’’
‘‘विश्क का तो पता नहीं लेकिन इश्क करना कभी नहीं भूलूंगा. अरे, सच्चा आशिक हूं तुम्हारा,’’ सिमरन को कमर से पकड़ कर चेतन ने अपने पास खींच लिया.
‘‘यह कैसी आशिकी कि शादी करने से डरते हो?’’ सिमरन मासूमियत से बोली.
‘‘डरता हूं कि मेरे मम्मीपापा की तरह तलाक न हो जाए हमारा. प्रेमीप्रेमिका बन कर रहेंगे तो बस प्यार ही प्यार होगा जीवन में. न कोई लड़ाईझगड़ा न मांग और जब कोई डिमांड नहीं तो उम्मीद के टूटने का सवाल ही नहीं. पता है तलाक तभी होता है जब रिश्ते में उम्मीदें तारतार हो जाती हैं.’’
‘‘अच्छा बहाना है शादी से बचने का,’’ आवाज में शिकायती लहजा लाने का प्रयास करते हुए सिमरन बोली.
‘‘नहीं सिमरन, सच यही है कि मैं नहीं चाहता इस रिश्ते का रूप बदले, मैं तो हमेशा ही प्यार में डूबे रहना चाहता हूं.’’
‘‘लेकिन...’’ सिमरन के मुंह से निकला ही था कि बस कहते हुए चेतन ने अपनी तरजनी उंगली सिमरन के होंठों पर रख दी, ‘‘इन नर्म, गुलाबी होंठों पर शिकायत नहीं, सिर्फ मेरा नाम अच्छा लगता है. अब कोई सवाल नहीं. ये होंठ तो सिर्फ प्यार करने और पाने के लिए बने हैं. भूल जाओ सबकुछ, ये शिकवे, ये शिकायतें. बस मैं, तुम और प्यार.’’
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