असमय अपनी मां को खो चुकी पाली के मन में एक डर समा चुका था और इस डर से वह किसी को भी अपने जीवन का हिस्सा नहीं बना पा रही थी. फिर उस की जिंदगी में पार्थ आया. क्या वह उसे अपना पाई...