कोरोना से पापा और भाई की मौत के बाद अंशिका और उस की मां कुमुद का रोरो कर बुरा हाल हो गया. अंशिका ने ही अपनी मां को संभाला. इधर मकान मालिक बनवारी अंशिका पर बुरी निगाह रखता था.