अचला को ऐसा कौन सा डाक्टर, कौन सा गुरु मिल गया था जिस ने उस की हरामखोरी नामक बीमारी का इलाज बता दिया था और साथ ही बता दिया था कि जो सुख दूसरों के दुख मिटाने में है वह अपने को सहेज कर रखने में कहां है.