स्मिता को जिस तलाक की चाह थी वह मिल गया था, लेकिन जिस रूप, जवानी पर उसे घमंड था वह वक्त के साथ ढल चुकी थी. अब वह जाए तो जाए किस के पास, कौन था उस का हाथ थामने वाला?