खुशबू ने अपनी सास लता को ‘मां’ शब्द से संबोधित किया तो पूरी तरह से उन के लिए बेटी भी साबित हुई. यहां तक कि वैधव्य का जो बोझ लता बरसों से उठा रही थी उस से मुक्ति दिला कर खुशबू ने उन्हें खूबसूरत जिंदगी से भी रूबरू कराया.