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कभीकभी वरुण का व्यवहार स्नेहा के लिए इतना एम्ब्रेसिंग हो जाता है कि वही शर्म से गड़ जाती है. अब वह कोई बच्चा तो है नहीं, जो दोचार थप्पड़ लगा कर समझा दिया जाए? उस दिन अपने दोस्त की वेडिंग एनिवर्सरी में कैसे वह उस खूबसूरत महिला के साथ शराब के नशे में झूमने लगा था. यह भी नहीं सोचा कि उस की इस हरकत से स्नेहा को कितना बुरा लग रहा होगा. और वह औरत भी कितनी बेशर्म थी, जो वरुण की बांहों में लिपटी मजे से थिरक रही थी. कौन थी वो औरत? जो भी हो, पर उसे देख कर लग नहीं रहा था कि वह शादीशुदा है. वैसे, अब कहां पता चल पाता है कि उक्त महिला शादीशुदा है या नहीं. क्योंकि सिंदूर, चूड़ियां और मंगलसूत्र पहनना तो अब बीते जमाने की बात हो गई.

आज की महिलाएं काफी मौडर्न बन चुकी हैं. वैसे, इस बात से स्नेहा को भी कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि वह खुद शादी का टैग लगा कर घूमना पसंद नहीं करती. लेकिन हां, जब उसे किसी पार्टी में जाना होता है तो कभीकभार स्टाइल के लिए मांग में जरा सा सिंदूर भर लेती है. वैसे भी, करीना कपूर हो, दीपिका पादुकोण या अनुष्का शर्मा, सभी शादीशुदा हीरोइनें बस फैशन के लिए ही तो मांग में सिंदूर भरती हैं.

वैसे, वरुण को भी इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता. वह तो खुद कहता है, जरूरत क्या है यह सब करने की. खुल कर जियो यार. बचा हुआ खाना फ्रिज में रखते हुए स्नेहा सोचने लगी कि वरुण की हर बात सही है, पर उस का औरतों को घूरना, उस के साथ फ्लर्ट करना उसे जरा भी नहीं पसंद. तभी पीछे से आ कर वरुण ने उसे पकड़ लिया और कान में फुसफुसाते हुए बोला,
‘मेरी जान, चलो न. कितनी देर लगा रही हो. तुम्हारे बिना नींद नहीं आ रही है मुझे,’ अचानक से वरुण की पकड़ से स्नेहा सिहर उठी. मन तो उस का भी मचला, पर एकदम से उस ने अपना रुख बदल लिया.

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