जतिन से दूर हो जाने के लिए उस की मां के धमकी देने पर ज्योति के पास अपमान का घूंट पी जाने के अलावा अन्य कोई चारा न था. लेकिन बरसों गुजर जाने पर भी वह अपमान को भूल न पाई थी...