कहानी के बाकी भाग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

‘‘शादी... और तुम से?’’ जोली अजीब तरह से हंसते हुए बोली, ‘‘तुम ने सोच भी कैसे लिया कि मैं तुम से शादी करूंगी? वन सैकंड... कहीं तुम ने यह तो नहीं सम?झ लिया कि मैं तुम से प्यार करती हूं? ओह...,’’ और जोली ने अपने सिर पर हाथ रख लिया,’’ सही कहा है किसी ने कि तुम इंडियंस इमोशनी फूल होते हो. आज देख भी लिया. फिजिकल रिलेशनशिप का मतलब यह नहीं होता कि मैं तुम से प्यार करती हूं और तुम से शादी करना चाहती हूं. समझ लो जैसे पेट की भूख को शांत करने के लिए हम खाना खाते हैं, वैसे ही शरीर की भूख को भी शांत करना पड़ता है, ‘दैट्स इट, यू अंडर स्टैंड? और यह बच्चा एक गलती है जिसे मैं आज ही ठीक कर दूंगी.’’

जोली की दोटूक बातों से नरेश स्तब्ध हो उसे ताकने लगा. बाहर चाय ले कर खड़ी पुष्पा भी उन की बातें सुन कर वहीं जड़ हो गई. उन्हें तो सम?झ ही नहीं आ रहा था कि जो उन्हें सुना वह सही है या उन के कान बज रहे हैं?

फिर भी नरेश कहने लगा, ‘‘जोली, तुम भले ही मु?झ से प्यार न करो, पर मैं तुम से बहुत प्यार करता हूं और यह बच्चा, यह हमारे प्यार की निशानी है. प्लीज, इसे मत गिराओ, मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ता हूं जोली.’’

लेकिन जोली उस के प्यार को अपने पैरों की जूती बताते हुए अपने कपड़े अटैची में भरने लगी कि अब उसे यहां रहना ही नहीं है.

‘‘ठीक है, चली जाओ, जहां भी जाना है. लेकिन मेरे बच्चे को मारने की सोचना तक नहीं,’’ नरेश ने उस का हाथ पकड़ते हुए कहा.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...