मां के लिए बेटा सगा हो या गोद लिया, बेटा ही होता है. बेटा जब मां की ममता पर शक करे तो मां का मन भीगता ही नहीं, खीझ भी उठता है और इसी खीझ में मां ने सोम को सबक सिखाया तो अजय भाग कर उपेक्षित चाची की गोद में पहुंचा गया, जो अब उसकी मां थीं.