Interesting Hindi Stories : सुबह औफिस के लिए घर से निकली पाखी रात के 8 बजे तक घर नहीं लौटी थी. उस का फोन भी आउट औफ कवरेज बता रहा था. इसलिए उस की मां विशाखा को उस की चिंता सताने लगी. वैसे बोल कर वह यही गई थी कि कालेज से सीधे अपनी दोस्त प्रार्थना के घर चली जाएगी.क्योंकि उस की तबीयत ठीक नहीं है. कुछ देर उस के साथ रहेगी तो उसे अच्छा लगेगा लेकिन इतनी देर. और फोन क्यों नहीं लग रहा उस का. चलो, एक बार प्रार्थना को फोन लगा कर देखती हूं, अपने मन में ही सोच विशाखा ने प्रार्थना को फोन लगा दिया. ‘‘हैलो प्रार्थना, अब तुम्हारी तबीयत कैसी है बेटा? पाखी तो वहीं होगी न, तुम्हारे साथ? जरा बात तो कराओ उस से.’’

‘‘मेरी तबीयत को क्या हुआ है. मैं तो बिलकुल ठीक हूं,’’ आंटी ‘‘प्रार्थना हंसी और बोली, ‘‘मैं तो देहरादून अपनी मौसी की बेटी की शादी में आई हुई है.’’

प्रार्थना की बात सुन कर विशाखा बुरी तरह चौंक पड़ी कि फिर पाखी ने उस से ?ाठ क्यों कहा कि इस की तबीयत खराब है और वह इसे देखने जा रही है.

‘‘उफ, शायद मुझ से ही सुनने में गलती हुई होगी. कोई बात नहीं, ऐंजौय करो तुम,’’ कह कर विशाखा ने फोन रख दिया. लेकिन उस का दिमाग झनझना उठा यह सोच कर कि उस की बेटी ने उस से ?ाठ कहा. पर क्यों?

तभी कौलबैल बजी, तो उसे लगा पाखी ही आई होगी लेकिन सामने अपने पति रजत को देख कर उस के मुंह से निकल गया, ‘‘अरे तुम हो?’’

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