कहावत है कि शादी एक ऐसा लड्डू है, जिसे खाने वाला भी पछताता है और न खाने वाला भी. इसलिए हमारी राय है कि जब दोनों ही सूरत में पछताना है, तो फिर लड्डू क्यों छोड़ा जाए?
अब अगर आप ने शादी करने का फैसला कर ही लिया है, तो हमें आप से पूरी हमदर्दी है और इसी हमदर्दी के तहत हम आप को अपने तजरबों से हासिल किए कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिन पर गौर कर आप अपनी दुलहन के मन पर अपनी मुहब्बत की मुहर लगा सकते हैं.
हां यह बात अलग है कि हम अपने तजरबों का फायदा न उठा सके, कम से कम आप ही फायदा उठा सकें तो हमें संतोष होगा.
शादी के बाद दूल्हे के इम्तिहान की पहली घड़ी तब आती है जब सुहागरात में उसे दुलहन का घूंघट उठाना पड़ता है. तो जानिए इस इम्तिहान में अच्छे नंबरों से पास होने के ये टिप्स:
दुलहन का घूंघट उठाना भी एक कला है और जिस तरह दूसरी कलाओं को साधने के लिए प्रैक्टिस की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह घूंघट उठाने के लिए भी प्रैक्टिस की जरूरत होती है. अब यह प्रैक्टिस किस के साथ करें, यह फैसला तो आप ही कर सकते हैं. हम सिर्फ इतना बता सकते हैं कि घूंघट जरा नजाकत के साथ उठाना सीख लें ताकि ऐन वक्त पर आप के हाथ न कांपने लगें.
कुछ खूबसूरत शेर याद कर लें, जिन्हें दुलहन के चांद से मुखड़े को देखते ही फटाफट बोलना शुरू कर दें. हां, शेर का मतलब जरूर समझ लें वरना पोल खुलने का खतरा हो सकता है.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
- 24 प्रिंट मैगजीन