26 January Special: स्वदेश के परदेसी: कैसे बन गए थे अलाना और यीरंग
मेनलैंड के बाशिंदों की शुष्कता ने अलाना की इंसानियत और इमोशंस को कहीं दफन कर दिया था. इस से उस का मानवता का दृष्टिकोण भी संकुचित होता गया. बीते वक्त के जख्मों से टूटा दिल और अपनों से मिले दर्द ने अलाना और यीरंग को स्वदेश के परदेसी बना दिया था.