‘तमाम सुरक्षा से घिरा व्यक्ति भी कभी चल बसता है, तो कभी जंगली जानवरों से भरे जंगल में अनाथ, असहाय भी जीवित रहता है,’ संसार की इसी विचित्रता ने शायद जीतन को जीवित रखा.