पति स्वप्निल के असमय गुजर जाने के बाद मानसी की जिंदगी में नीरज एक उम्मीद बन कर तो आया मगर दकियानूसी घर वालों को वह फूटी आंख भी नहीं सुहाता था. फिर एक दिन...