कमल के आते ही कल्पना का सहम जाना राजीव को अखर रहा था पर कल्पना की स्थिति का किसे अनुमान था कि वह पति की उपस्थिति में एक ऐसे व्यक्ति का हंस कर सामना कर रही थी जो एक ही झटके में उस की बसीबसाई गृहस्थी को रौंद सकता था.