बच्चों में भेद करना प्यार के साथ धोखेबाजी सरीखा है. सोमनाथ जिस दकियानूसी दुनिया के अंधेरों में खोए थे, वहां निशा एक नई सुबह ले कर आई थी. लेकिन राह में रुढ़ियों के कांटे भला कौन दूर करता.