प्रीति के जीवन ने कभी उसे वे खुशियां नहीं दीं जिन की वह हकदार थी. लेकिन, आज खुशियों की आहट उसे सुनाई दे रही थी. क्या वह उन्हें गले लगाने के लिए आगे बढ़ी?