एक ऐनी थी जो पवन की जिंदगी में आई और उसे दुख के सैलाब में डुबो कर चली गई. दूसरी सिम्मी थी जिस ने पवन को हर वह खुशी दी जिस की उसे चाह थी. वाकई, एक परी बन कर सिम्मी आई थी पवन की जिंदगी में.