आज पढ़लिख कर भी लोग पंडों की बातों में पड़ कर अपनी अक्ल ताक पर रख देते हैं. निधि सोच भी नहीं सकती थी कि उस पर प्यार लुटाने वाला परिवार समाज की परिपाटी निभाने के लिए उस का ही दुश्मन बन जाएगा.